मो0 कुमेल/ईदुल अमीन
डेस्क: जापान के पूर्व प्रधानमन्त्री शिंजो आबे के मृत्यु की पुष्टि होने के बाद भारत में कल एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दु:खी हूं। वह एक महान वैश्विक राजनेता, प्रशासक थे। उन्होंने जापान और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि शिंजो आबे के प्रति हमारे दिल में गहरा सम्मान है, इसलिए कल भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा।
घटना में शिंजो आबे को गले में गोली लगी थी और काफी खून बह जाने के बाद अस्पताल में उन्हें बचाने की काफी कोशिशें हो रहीं थीं। लेकिन शिंजो आबे में जीवन के कोई संकेत नज़र नहीं आ रहे थे। फुमियो किशिदा ने कहा था कि मैं प्रार्थना करता हूं कि शिंजो आबे की जान बच जाए। अभी अभी समाचार एजेंसी एऍफ़पी ने सरकार के हवाले से शिंजो आबे की मृत्यु की पुष्टि किया है। इसके साथ ही जापान की न्यूज़ एजेंसी जीजी ने भी बताया है कि पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन की पुष्टि की गई है।
इससे पहले जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे को शुक्रवार को चुनाव प्रचार के दरमियान गोली मार दी गई थी। घटना के वक्त वे भाषण दे रहे थे। आबे पर नारा की एक सड़क पर भाषण देने के दौरान पीछे से एक व्यक्ति ने हमला कर दिया। शिंजो आबे रविवार को होने वाले अपर हाउस चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी। द जापान टाइम्स ने बताया कि पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है जिसने सुबह करीब 11:30 बजे आबे पर हमला किया था। गौरतलब है कि आबे शिंजो, 2006-07 से और फिर 2012-20 से दो बार जापान के प्रधान मंत्री थे।
गोली लगते ही वो गिर पड़े। उनके शरीर में कोई हरकत नहीं थी। ऐसे में उन्हें आननफानन अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, संभवतः वे कार्डियक अरेस्ट में चले गए होंगे, जिस कारण वो रिस्पॉन्ड नहीं कर पा रहे होंगे। मौके से सामने आई तस्वीर में कई एंबुलेंस और आपातकालीन प्रतिक्रिया दल उन्हें बचाने की कोशिश करते दिख रहे हैं। मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने संवाददाताओं से कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री आबे को नारा में सुबह करीब 11:30 बजे गोली मार दी गई थी। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। एनएचके और क्योदो दोनों ने बताया था कि अबे को अस्पताल ले जाया गया और उनमें जीवन के कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे। उसी समय इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था कि आबे की मृत्यु हो चुकी है। मगर सरकारी पुष्टि नही हुई थी।
बता दें कि जापान दुनिया के कुछ सबसे सख्त बंदूक नियंत्रण कानून वाले देशों में से एक है। 125 मिलियन लोगों के इस देश में हर साल इससे होने वाली मौतें सिंगल फिगर में रहती हैं। जापानी नागरिकों के लिए भी बंदूक लाइसेंस प्राप्त करना एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है, जिन्हें पहले एक निशानेबाजी संघ की सिफारिश लेनी होती है और फिर सख्त पुलिस जांच से गुजरना पड़ता है।
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