जय हो वाराणसी नगर निगम के जलकल विभाग की, मुख्यमंत्री के आदेशो को ताख पर रख गन्दगी के बीच गुज़ारा जा रहा है नई सड़क, पितरकुंडा, काली महल, लल्लापुरा में ईद-उल-अज़हा का त्यौहार
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: ईद-उल-अजहा के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश विभागो को साफ़ सफाई के लिए दिया हुआ है। मगर वाराणसी नगर निगम और उसके जलकल विभाग ने शायद इस आदेश को ताख पर रख दिया और शहर के एक बड़े इलाके नई सड़क, पितरकुंडा, काली महल, लल्लापुरा आदि इलाकों में गन्दगी के अम्बार सहित त्यौहार ईद-उल-अजहा बीत रहा है। बहते सीवर की समस्या ने इन इलाकों को गन्दगी के अम्बार में बदल दिया है। मगर स्थानीय कर्मियों और जेई सहित जोनल अधिकारियो की भी नज़र नही पड़ी या फिर कह सकते है कि इसकी फिक्र नही हुई।
हमारे प्रतिनिधि ए0 जावेद ने बताया कि विगत 10 दिनों से अधिक हो गया मस्जिद अल-कुरैश के सामने सीवर आश्वासन मिला है। ए0 जावेद ने बताया कि सीवर इस प्रकार से बजबजा रहा है कि इलाके के लोग खुद ही डंडे लेकर त्यौहार के दिन सफाई करते दिखाई दे रहे है। इस सम्बन्ध में हमारे प्रतिनिधि ए जावेद ने जब क्षेत्रीय जेई से बात किया तो उन्होंने त्यौहार के एक दिन पहले कहा कि आज शाम तक सफाई हो जाएगी। मगर नतीजा सिफर रहा। गन्दगी ऐसे ही बजबजाती हुई दिखाई दे रही है।
ऐसा ही हाल ए जावेद को काली महल तिराहे से लेकर पितरकुंडा चौराहे तक नज़र आया। सीवर ओवर फ्लो होकर आज भी सडको पर बह रहा है। हालत ऐसी है कि पितरकुंडा तिराहे के सीवर का पानी पानदरीबा जाने वाली सड़क तक पहुच जा रहा है। गन्दगी के अम्बार में इंसानियत त्यौहार मनाती हुई दिखाई दे रही है। वही विभाग शायद त्यौहार की छुट्टी मनाता हुआ दिखाई दिया। बजबजाती नालियों में घूमता सीवर का पानी आने जाने वालो को नाक बंद करने पर मजबूर कर दे रहा है। मगर इस हालात से इलाकों को मुक्ति दिलाने वाला कोई दिखाई नही दे रहा है।
हमारी प्रतिनिधि शाहीन बनारसी ने तस्वीरे उपलब्ध करवाते हुवे हालात-ए-लल्लापुरा को दिखाया है। लल्लापुरा मुख्य सडक की नाली बजबजा रही है। इसकी बदबू से आसपास के रहने वालो का जीना दुश्वार है। एक एक गली में सीवर का पानी अपने रास्तो को बदल कर गलियों में टहल रहा है। सीवर जाम की इस समस्या से निजात दिलवाने के लिए विभाग द्वारा कोई पहल नही किया गया। ईदगाह के सामने बहते सीवर से गुज़र कर नमाजियों ने ईदगाह तक जाकर नमाज़ पढ़ी।
हालात का जायजा लेते हुवे शाहीन बनारसी ने बताया कि पोखरे वाली गली से लेकर सड़क तक सुबह शाम सीवर का पानी ओवरफ्लो होकर लोगो का जीना मुहाल किये हुवे है। लगभग दस दिनों से क्षेत्रवासी इस परेशानी से जूझ रहे है। इलाके के निवासी बुज़ुर्ग जय गोविन्द चौरसिया ने कहा कि इलाका गन्दगी से पट गया है। सुबह शाम सीवर ओवरफ्लो के कारण इलाके में ज़िन्दगी दुश्वार हो गई है। बार बार विभाग से संपर्क कर उनसे शिकायत किया गया। मगर नतीजा कुछ नही निकला। आश्वासन के सहारे इलाके में लोगो को दिलासा हर दुसरे दिन का दिया जाता है। मगर स्थानीय जेई साहिबा आश्वासन को धरातल पर उतरने नही देती है।
बहरहाल, तस्वीरे इस बात की गवाह है कि इलाके में गन्दगी के अम्बार में लोगो की ज़िन्दगी और त्यौहार बसर हो रहा है। समस्या का मूल कारण यहाँ का जाम सीवर और अतिक्रमण हुवे गलीफिट है। क्षेत्रीय नागरिको की माने तो लल्लापुरा से लेकर काली महल तिराहे तक पूरा सीवर जाम है। मगर विभाग इसकी फिक्र नही करता है और सिर्फ आश्वासन देता है। हालत बद से बदतर रोज सुबह शाम हो जा रहे है। मगर जिम्मेदारो के कानो पर जू तक नही रेंग रही है। इसी गन्दगी के बीच ईद-उल-अजहा जैसा त्यौहार गुज़र रहा है। वही दो दिनों बाद से सावन का माह भी शुरू होने वाला है। अब देखना होगा कि गन्दगी के बीच नगर निगम ने इस इलाके का ईद-उल-अजहा जैसा बड़ा त्यौहार बिता दिया। अब सावन में क्या स्थिति रहती है?