ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में वाद संख्या 839 और 840 से अधिवक्ता हरिशंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी से कता-ए-ताल्लुक करेगे वादी मुकदमा
शाहीन बनारसी/ईदुल अमीन
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में चल रहे मुक़दमे के दरमियान जितेन्द्र सिंह विसेन और अधिवक्ता हरिशंकर जैन के दरमियान उत्पन्न अज्ञात कारणों के बीच मन मुटाव अब खुल कर सामने आने लगा है। जितेन्द्र सिंह विसेन द्वारा इसके पूरा हरिशंकर जैन की पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के साथ साथ कई अन्य आरोप भी लगाये थे। जिसके सम्बन्ध में जब विष्णु जैन का बयान माँगा गया था तो उन्होंने इस मामले में कोई भी बयांन देने से मना कर दिया था।
अब मामला अदालत की चौखट से भी ज्ञानवापी केस से सम्बन्धित मुकदमो में हरिशंकर जैन से कता-ए-ताल्लुक तक पहुच गया है। आज सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर जितेन्द्र सिंह विसेन ने घोषणा किया है कि ज्ञानवापी मामले में वाद संख्या 839/2021 में लॉर्ड आदि विशेश्वर के वादमित्र महंत शिव प्रसाद लिंग्या जी महाराज दिनांक 5 जुलाई 2022 को न्यायलय में दरख्वास लगाकर अधिवक्ता हरिशंकर जैन, अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी सहित अन्य सभी अधिवक्ताओं के वकालतनामे बर्खास्त करते हुए नया वकालतनामा लगाएंगे और अब इस केस को भी लीड करेंगे एडवोकेट शिवम गौड़, जिनके साथ रहेंगे अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी एवं अधिवक्ता मान बहादुर सिंह।
यही नही जितेन्द्र सिंह विसेन द्वारा भेजे गए व्हाट्सएप पोस्ट के अनुसार ज्ञानवापी मामले में वाद संख्या 840/2021 में नंदी जी महाराज के वादमित्र डोम राजा परिवार से सीतेंद्र चौधरी दिनांक 5 जुलाई 2022 को न्यायलय में दरख्वास लगाकर अधिवक्ता हरिशंकर जैन, अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी सहित अन्य सभी अधिवक्ताओं के वकालतनामे बर्खास्त करते हुए नया वकालतनामा लगाएंगे और अब इस केस को भी लीड करेंगे एडवोकेट शिवम गौड़, जिनके साथ रहेंगे अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी एवं अधिवक्ता मान बहादुर सिंह।