पुलिस कमिश्नर @SatishBharadwaj के सख्त निर्देश के बावजूद भी अवैध पार्किंग से बेहाल रहता है कोतवाली थाना क्षेत्र का मैदागिन इलाका, देखे तस्वीरे और जाने ज़मीनी हकीकत
शाहीन बनारसी
वाराणसी: वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए0 सतीश गणेश द्वारा अपने अधिनस्थो को सख्त निर्देश पिछले दिनों दिया गया था कि अवैध पार्किंग पर पूरी तरह से नियंत्रण किया आये। पुलिस कमिश्नर कमिश्नर ए सतीश गणेश ने स्पष्ट रूप से अपने अधिनस्थो को निर्देशित किया था कि अवैध पार्किंग पर पूरी तरह से लगाम लगाया जाए। मगर इस निदेश के बावजूद भी शहर के कई ऐसे इलाके है जो अवैध पार्किंग के कारण यातयात के लिए बुरे हाल रह रहे है।
ऐसा ही एक क्षेत्र है वाराणसी की ह्रदयस्थलीय में से एक मैदागिन जहा से अधिकतर दर्शनार्थी विश्वनाथ धाम को जाते है। इस चौराहे के आसपास अवैध पार्किंग पर स्थानीय पुलिस की नज़र शायद पड़ती ही नहीं है, अथवा नजर-ए-इनायत कायम है। मैदागिन के हरिश्चंद्र कालेज के सामने लगने वाली गाडियों की पार्किंग को काफी मशक्कत के बाद पुलिस कमिश्नर ए0 सतीश गणेश ने हटवाया था। मगर वक्त क्या गुज़रा वापस मैदागिन की यह सडक अवैध पार्किंग का अड्डा बन चुकी है। एक तरफ पुलिस ने बोर्ड तो लगवा दिया था कि “नो पार्किंग” का, दुसरे तरफ इसी नो पार्किंग के नीच पार्किंग अवैध रूप से जारी है।
हाल ऐसा है कि कॉलेज स्टूडेंट्स की बाइक पार्किंग के बाद बचने वाली जगह इन अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाडियों के लिए ही लगता है आरक्षित हो गई है। पर्किंग अवैध भी बड़े वैध तरीके से है। कहने को तो किसी कल्लू का नामनामा है, मगर कल्लू कौन है समझना मुश्किल ही नही नामुमकिन है। दिन भर पहले कार की पार्किंग तो रात को दारुबाजो का जमावड़ा की पार्किंग पेट्रोल पम्प के पास रहती है। ये पार्किंग कुछ सड़क पर पड़ी रहती है तो कुछ पार्किंग नाली में भी पड़ी दिखाई दे जाना बड़ी बात नही है।
हद तो तब है कि जब मैदागिन चौराहे पर पिकेट के आगे से लेकर पीछे तक अवैध रूप से बाइक पार्किंग पुलिस के नज़र से दूर रहती है। चौराहे के पार स्थित ज्ञानमंडल प्लाज़ा के आगे पार्किंग स्थल छोटा है तो फिर सड़क पार्किंग के लिए इस्तेमाल हो जाती है। उसके ऊपर गजब ये कि ऑटो और टोटो वालो ने सडक को सवारी बैठाने के लिए कब्ज़ा कर रखा है। अगर ध्यान दे तो पूरा कोतवाली थाना क्षेत्र कई जगह अवैध पार्किंग का अड्डा बना हुआ है। मगर स्थानीय पुलिस इसके ऊपर कोई भी बड़ी कार्यवाही आज तक की हो ऐसी कोई नज़ीर तो नही सामने है। बिशेश्वरगज ऐसे ही अवैध पार्किंग का अड्डा रहता है।
बहरहाल, सबसे बड़ी बात ये है कि जब खुद सीपी अवैध पार्किंग पर इतने सख्त है तो ये हाल है। अगर कही सीपी ने थोडा नर्मी दिखाई होती तो फिर इलाके की क्या स्थिति होती ये सोचा जा सकता है। देखना होगा कि रोज़मर्रा की अपनी मसरूफियत से कब थाना प्रभारी कोतवाली खाली होते है और इस अवैध पार्किंग पर उनकी नज़र पड़ती है।