सैलानियों को लेकर “राजमहल” पंहुचा वाराणसी, देखे क्रूज़ के अन्दर की एक झलक
शाहीन बनारसी
वाराणसी। प्रतिवर्ष बाढ़ के दरमियान काशी आने वाला राजमहल क्रूज़ जो विगत दो वर्षो से कोविड महामारी के कारण नही चल रहा था आज वाराणसी आया। कोलकाता से सैलानियों को सैर करवाते हुवे “राजमहल” आज वाराणसी पहुच गया है।
क्रूज से आए जर्मन के तीन, ब्रिटिश के 13 और भारत के दो सैलानियों को यहां सारनाथ संग्रहालय, रामनगर किला, गंगा आरती, काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन कराने के साथ अन्य ऐतिहासिक जगहों पर भ्रमण कराया जा रहा है।
हमसे बात करते हुवे राजमहल क्रूज के प्रबंधक रंजीत कुमार ने बताया कि 2 दिन पहले कोलकाता से क्रूज़ निकला था। जो कि पटना और गाजीपुर से होते हुए यहां पहुंचा है। 18 डबल और 4 सिंगल बेडरूम वाले इस क्रूज़ में 40 सैलानी यात्रा कर सकते है। इस क्रूज़ में कई राजशाही व्यवस्थाएं हैं। रेस्टोरेंट, डायनिंग एरिया, सैलून, स्पा, एडिटोरियल सहित अन्य पांच सितारा सुविधाएं हैं।
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष बाढ़ के मौसम में सैलानियों को लेकर कोलकाता से बनारस आता है। पिछले 2 वर्षों से कोविड-19 के कारण राजमहल की यह यात्रा स्थगित थी। क्रूज़ में सवार 18 सैलानियों को मंगलवार को सड़क मार्ग से सारनाथ काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा आरती दिखाने के लिए ले जाया गया। रात में क्रूज़ पर ही सभी के खाने की व्यवस्था की जाएगी। जिसमें मुख्य रुप से बनारसी व्यंजनों को परोसा जाएगा।
इस क्रूज पर कैप्टन सहित 33 कर्मचारी तैनात है। 9 सितंबर को क्रूज़ अपनी यात्रा समाप्त कर बनारस से वापस कोलकाता के लिए लौट जाएगा।