बापू नंदन मिश्र
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार काल भैरव भगवान शिव के रौद्र रूप हैं। इस चलते मार्गशीर्ष मास के कृष्ण की अष्टमी तिथि काल भैरव जयंती के रूप में मनाई जाती है। भक्त इस दिन बाबा भैरव के लिए व्रत भी रखते हैं व पूजा-आराधना में लीन रहते हैं। माना जाता है कि काल भैरव प्रसन्न होने पर भक्तों को जीवन में सुख-समृद्धि का वर देते हैं और उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। PNN24 न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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