बीआरसी कार्यालय पर एकत्र होकर कैशलेस चिकित्सा के शासनादेश की प्रतियों को जलाकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने जताया विरोध
फारुख हुसैन
लखीमपुर(खीरी): राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ पलिया ने बीआरसी पर एकत्रित होकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन खण्ड शिक्षा अधिकारी पलिया को सौंपा तथा आदेश की प्रतियाँ जलायी। ज्ञापन में कहा गया कि आपके नेतृत्व में सरकार बनने पर आपके कार्यालय द्वारा दिनाँक 21 अप्रैल 2022 को तथा बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा दिनाँक 24 अप्रैल 2022 को शिक्षकों को 100 दिन में कैशलेश चिकित्सा सुविधा दिये जाने सम्बन्धी टवीट किया गया था। शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिये जाने के आपके निर्देश की बेसकि शिक्षा विभाग के अधिकारी अवहेलना कर रहे हैं और आपके निर्देश के 07 माह बाद शिक्षकों को सशुल्क स्वास्थ्य बीमा पालिसी दिलवाने के प्रयास में हैं।
इसी क्रम में सचिव‚ उ0प्र0 बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा सशुल्क चिकित्सा बीमा का आदेश पत्रांक बे0शि0प0/27624-777/2022-23 दिनाँक 07-12-2022 को जारी किया गया है इससे प्रदेश के समस्त शिक्षक आक्रोशित हैं और अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ पलिया मांग करता है कि सचिव‚ उ0प्र0 बेसिक शिक्षा परिषद के उक्त आदेश को निरस्त कर परिषदीय शिक्षकों के सम्मान व हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भाँति कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिये जाने हेतु विभागीय अधिकारियों को आदेशित किया जाए।
इस मौके पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला उपाध्यक्ष कौशल प्रजापति, जिला संगठन मंत्री धर्मेंद्र सिंह ब्लॉक अध्यक्ष अमित त्रिवेदी, ब्लाक महामंत्री ताहिर अली, ब्लाक उपाध्यक्ष दिलीप कुमार, ब्लाक मंत्री इंद्रपाल सिंह, ब्लाक संयुक्त मंत्री राजेश भार्गव, मीडिया प्रभारी आशीष शर्मा, राजेश सक्सेना, विनोद विश्वकर्मा, अतुल कुमार, विमल कुमार, मनोज कुमार, रवीन्द्र कुमार, राम प्रकाश, विश्वनाथ मिश्र, अजय कुमार, पवन कुमार, अरूण कुमार, विवेकानंद मिश्र, सुधीर पाण्डेय, दिनेश कुमार, अमर शर्मा सहित तमाम शिक्षक उपस्थित रहे।