बीबीसी डाक्यूमेंट्री देखने को लेकर जेएनयू में बवाल, ABVP पर आरोप कि काटी उसने बिजली, पथराव का भी आरोप
तारिक़ खान
जेएनयू में मंगलवार रात प्रतिबंधित बीबीसी डॉक्युमेंट्री‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ की स्क्रीनिंग हो रही थी। स्टूडेंट्स के एक समूह का दावा है कि इस दौरान ABVP ने पत्थरबाजी की। JNU छात्रसंघ की तरफ से वसंत कुंज थाने में शिकायत दी गई है।
प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स का आरोप था कि डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान बिजली काट दी गई। इसके बाद उन्होंने मोबाइल और लैपटॉप पर इस तरह डॉक्युमेंट्री देखी। छात्रों का आरोप है कि डॉक्युमेंट्री देखते वक्त उनके ऊपर पथराव हुआ। कार्रवाई की मांग को लेकर वे धरने पर बैठ गए। रात में ही जेएनयू कैंपस के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई थी। वसंत कुंज थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद छात्रों ने धरना खत्म किया।
छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष ने देर रात मीडिया को बताया कि “हमने 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज़ करवाई है, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे तहकीकात करेंगे। जिन लोगों को चोट है वे भी इलाज के बाद आज बुधवार पुलिस स्टेशन में अपना बयान देंगे।“
वैसे पुलिस से आश्वासन के बाद आज छात्रों का प्रोटेस्ट खत्म हुआ है। यह कोई पहला मौका नही है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित इस डाक्यूमेंट्री को देश के कई अन्य विश्वविद्यालय में भी देखा और दिखाया गया है।
केंद्र सरकार ने BBC की विवादास्पद डॉक्युमेंट्री पर नए आईटी नियमों के तहत प्रतिबंध लगाया है। जेएनयू से पहले, मंगलवार को केरल में कई जगह यह डॉक्युमेंट्री दिखाई गई। राज्य में सत्तारूढ़ सीपीएम से जुड़े छात्र संघ एसएफआई समेत कई दलों ने स्क्रीनिंग की। उधर, हैदराबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों के एक समूह ने भी डॉक्यूमेंट्री दिखाई। इसे लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रिपोर्ट मांगी है। बीजेपी ने इसे राजद्रोह करार दिया।