शाहीन बनारसी
डेस्क: “जाको राखे साइयां, मार सके न कोय”, “फानूस बनकर जिसकी हिफाज़त खुदा करे,वो शमा क्या बुझे जिसे रोशन खुदा करे,” ऐसी कई कहावतें है जो इंसानी ज़िन्दगी में हो जाए तो लोग इसे कुदरत का करिश्मा कहते है। कहते है जिसके साथ ऊपर वाला हो, उसको कुछ नहीं हो सकता, उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। ऐसा ही एक कुदरत का करिश्मा कह ले, या चमत्कार, जो तुर्की और सीरिया में आये भूकंपों से तबाही के बीच नज़र आ रहा है। भूकंप ने हर ओर तबाही मचा रखा है। हर ओर चीख-पुकार मची है।
इन सब मंजरो की तस्वीरों ने जहाँ एक ओर हमें दुखी कर दिया है, डरा दिया है। तो वही दूसरी ओर कुछ तस्वीरें ऐसी है जिन्हें देख हमारे आँखों से ख़ुशी के आंसू निकल आ रहे है। कुछ तस्वीरें ऐसी जिन्हें देख हमारा चेहरा चमक जा रहा है। ऐसा ही एक तस्वीर है 10 दिन के नवजात का। चमकीले थर्मल कंबल में लिपटा एक नवजात। सिर्फ 10 दिन का। नाम है यागिज़ उल्स। जिसे लगभग चार दिन बाद मलबे में निकाल कर बचाया गया है। जब नवजात के पास बचावकर्मी पहुंचे तो उसकी आंखें खुली हुई थीं। और उसे तुरंत एक चमकदार थर्मल कंबल में लपेटा गया था,
शुक्रवार को हटाय प्रांत के समनदाग में एक फील्ड मेडिकल सेंटर में ले जाया गया। तुर्की की डिजास्टर एजेंसी की ओर से जारी किए गए वीडियो में दिख रहा है कि बचाव कर्मचारी उसकी मां को स्ट्रेचर के जरिए मेडिकल सेंटर तक ले गए। इस दौरान वह होश में थी। वीडियो देख हर कोई खुश हो गया। मासूम सा बच्चा आँखे खोल जिस तरह से देख रहा था जैसे उसे उम्मीद थी कि कोई उसे बचाने आएगा। इस चमत्कार को देख तो बस यही कहा जा सकता है, जाको राखे साइयां, मार सके न कोय”
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