ईदुल अमीन/मो0 कुमैल
डेस्क: राजस्थान से अगवा कर कार सहित हरियाणा में जलाये गए राजस्थान के दो युवको जुनैद और नासिर प्रकरण में भले ही अधिकारिक रूप से दोनों के मौत की पुष्टि नही हुई है क्योकि शव इतने अधिक जल चुके थे कि केवल कंकाल ही बचा था। मगर दोनों के मौत की जानकारी आने के बाद गाव में सियापा छाया हुआ है। हर तरफ सिर्फ सिसकियाँ ही सुनाई दे रही है।
वही दूसरी तरफ मोनू मनेसर की सोशल मीडिया पर वायरल होती असलहो के साथ तस्वीरे और उसके पुलिस अधिकारियो के साथ की तस्वीरे कई बड़े सवाल खड़े कर रही है। मोनू मनेसर कुछ तस्वीरो में अत्याधुनिक हथियारों के साथ भी दिखाई दे रहा है। दूसरी तरफ बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद मोनू मानेसर के बचाव में आ गई है। बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा रविवार को मोनू मनेसर के समर्थन में एक रैली भी गुरुग्राम में निकली गई। इस रैली की तस्वीरे भी सोशल मीडिया का हिस्सा बनी है।
इस बीच खबरिया वेब साईट ‘द क्विंट’ द्वारा अपनी एक ग्राउंड रिपोर्ट में एक पूर्व सरपंच के हवाले से दावा किया है कि हरियाणा के फिरोजपुर झिरका पुलिस थाने की पुलिस ने उससे बताया था कि सुबह दो युवको को लेकर बजरंगदल के कार्यकर्ता आये थे। उनमे एक युवक के रीढ़ की हड्डी टूटी थी और दुसरे के पाँव की हड्डी टूटी थी। दोनों बुरी तरह से घायल थे। जिसके बाद पुलिस ने उनको लेने से मना कर दिया और कहा कि उनको लेकर वह लोग अस्पताल जाए। खबर में दावा है कि फिरोजपुर झिरका पुलिस थाने के अधिकारी इस मामले में मीडिया से कोई भी बात करने से मना कर रहे है।
‘द क्विंट’ ने मृतकों के परिजनों के हवाले से बताया है कि जुनैद और नासिर के गायब होने के बाद आस-पास के लोग उनकी तलाश करने लगे। तलाश करने निकले सभी लोगों ने तुरंत सभी रिश्तेदारों, आस-पास के गांवों के स्थानीय लोगों को फोन करना शुरू कर दिया। इन लोगों में एक दीनू नामक शख्स भी हैं, जो पास के गांव घाटा शमशाबाद के सरपंच रह चुके हैं। खबर में दावा है कि ‘द क्विंट’ से बात करते हुए दीनू कहते हैं कि यह खबर सुनते ही मैंने तुरंत कई पुलिस स्टेशनों में फोन लगाना शुरू कर दिया. दीनू ने ‘द क्विंट’ को बतया है कि थोड़ी देर बाद उनको फिरोजपुर झिरका पुलिस स्टेशन से फोन आया। यह जगह वहां से कुछ किलोमीटर दूर है, लेकिन हरियाणा में पड़ती है।
दीनू ने ‘द क्विंट’ को बताया कि “पुलिस अधिकारी ने मुझे बताया कि सुबह-सुबह बजरंग दल के लोग अपने साथ दो लोगों को लेकर आए थे। पुलिस अफसर ने मुझसे कहा कि बजरंग दल वाले दो लोगों को लेकर आए थे। दो में से एक की रीढ़ की हड्डी टूटी हुई थी, दूसरे का पैर टूट गया था। हमने उनको लेने से इनकार कर दिया और कहा कि इन्हें हॉस्पिटल ले जाओ। बजरंग दल के लोग चाहते थे कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करे। इसके बाद हम इलाके के सभी स्थानीय अस्पतालों में गए, लेकिन जुनैद और नासिर का कहीं पता नहीं चल सका।”
इस सम्बन्ध में जब हमने फ़िरोज़पुर झिरका थाने के उपलब्ध सीयुजी नंबर पर संपर्क किया तो उनके द्वारा हमारे इस सम्बन्ध में किसी भी सवाल का जवाब देने से साफ़ मना कर दिया और मीडिया में कोई बयान नही देने की बात कही। खबरिया वेब साईट ‘द क्विंट’ ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट को डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म यु-ट्यूब पर भी पोस्ट किया है। जिसको ऊपर आप देख सके है। गाँव के अन्दर ग्रामीणों में नाराज़गी साफ़ दिखाई दे रही है।
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