आदिल अहमद/मो0 कुमेल
कानपुर: कमिश्नरेट पुलिस लगातार अपराध एंव अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चला रही है जिसमे अब तक कानपुर कमिश्नरेट पुलिस को काफी सफलताएं भी प्राप्त हुई हैं। इस क्रम में लेडी डॉन रेहाना की तलाश कानपुर कमिश्नरेट पुलिस को है, मगर वह आज भी पकड़ से बाहर है। हाँ ये ज़रूर है कि समय समय पर उसके गैंग के गुर्गे या गुर्गी पुलिस के हाथ आते रहे है।
गिरफ्तारी के सम्बंध में प्रभारी निरीक्षक कलक्टरगंज ने बताया कि हेड कांस्टेबल फ़िरोज परवीन और कांस्टेबल अर्चना गौतम एंटी रोमियों चेकिंग में मामूर थी तभी खास मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि सीपीसी माल गोदाम में पानी की टँकी के पास एक महिला गांजा बेच रही है। सूचना पर विश्वास करते हुए मुखबिर द्वारा बताए हुए स्थान पर वह पहुंची और महिला अभियुक्त समीरुल निशा को रंगे हाथ 01 किलो 100 ग्राम नाजायज गांजे के साथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर समय से न्यायालय में पेश किया गया और अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
लेकिन अब सवाल यह उठता है कि लेडी डॉन रेहाना गैंग सदस्य तो कहीं न कहीं पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाते हैं लेकिन इस गैंग की मुखिया लेडी डॉन रेहाना क्यूँ पुलिस की गिरफ्त से कोसो दूर रहती है..? क्या लेडी डॉन रेहाना का नेटवर्क कानून के हाथों से भी बड़ा है..? या फिर लेडी डॉन तक पुलिस की पहुच नही हो पाती है। इसका जवाब तो कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ही जाने। क्योकि लेडी डॉन रेहाना अभी भी पुलिस के लिये एक अबूझ पहेली से अधिक नही है।
रेहान सिद्दीकी डेस्क: शनिवार को सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड की सड़कों पर लाखों लोग उमड़…
मो0 कुमेल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी की नेता और केदारनाथ से विधायक आशा नौटियाल ने…
सबा अंसारी डेस्क: बिहार में होने वाले आगामी चुनाव से पहले रविवार को कांग्रेस ने…
शफी उस्मानी डेस्क: असम के कांग्रेस प्रवक्ता रीतम सिंह को उनकी एक सोशल मीडिया पोस्ट…
आफताब फारुकी डेस्क: डीआरडीओ का वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर ‘ज़ारा दासगुप्ता' नाम का इस्तेमाल करने वाली…
फारुख हुसैन डेस्क: मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में शनिवार को आदिवासी…