शाहीन बनारसी
काशी एक जिंदादिल शहर है। इस शहर की खासियत इसकी अल्हड मौज मस्ती है। काशी के सम्बन्ध में एक गीत “जिसने भी छुआ वह स्वर्ण हुआ, लोग कहे मुझे मैं पारस हु, मेरा जन्म महाशमशान मगर मैं जिंदा शहर बनारस हु।” काशी की मशहूरियत इसी से अंदाज़ लगा सकते है कि यहाँ श्मशान घाट पर चिता भष्म से साधू-संत होली खेलते है।
जुना अखाड़े के महामंडलेश्वर गायत्री नन्द गिरी ने खेली ‘मसाने की होली’
जुना अखाड़े के महामंडलेश्वर गायत्री नन्द गिरी ने अपने अनुयाइयो के साथ मसाने में होली खेली। इस दरमियान उन्होंने अपने भक्तो को चिता भस्म लगा कर उनके साथ होली खेली और भक्तो को आशीर्वाद दिया। दिल्ली से आये गायत्री नन्द गिरी का आशीर्वाद लेने के लिए श्मशान घाट पर काफी भक्तो की भीड़ इकठ्ठा थी। रीति के अनुसार उन्होने श्मशान पर ही विधि अनुरूप पूजा किया।
तारिक आज़मी डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। वो…
निलोफर बानो डेस्क: इंसान का ज़मीर कितना नीचे गिर सकता है, इसको अब कहना और…
मो0 कुमेल डेस्क: दिल्ली में चुनाव आयोग ने गुरुवार को मतदाता पंजीकरण के लिए फर्जी…
मो0 शरीफ डेस्क: उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों संपन्न हुए उपचुनाव के सम्बन्ध में अब…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी का स्मार्ट नगर निगम खुद को सुपर से भी दो तल्ला…
शफी उस्मानी डेस्क: बिहार में प्रदर्शन कर रहे बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के छात्रों…