कुश्ती में ओलम्पिक मेडल जीत चुके पहलवान और भाजपा नेता योगेश्वर दत्त ने कहा ‘धरनारत पहलवान विपक्ष के बहकावे में आ गए थे’
ईदुल अमीन
डेस्क: रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर से नए संसद भवन जाते समय धरनारत पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया है। गौरतलब हो कि दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुछ नामचीन पहलवान कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों से यौन उत्पीडन के आरोपों को लेकर उनकी गिरफ़्तारी की मांग करते हुवे धरने पर बैठे थे।
#WATCH | "Opposition parties misused the wrestlers and tried to tarnish the image of the country. Wrestlers' demand was to register an FIR and it has been registered and police are investigating the matter," says Yogeshwar Dutt, former wrestler on scuffle between protesting… pic.twitter.com/vBUjSYWRSR
— ANI (@ANI) May 29, 2023
बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप पर एफ़आईआर दर्ज की थी। पहलवान उनकी गिरफ़्तारी की मांग पर अड़े थे। रविवार को पहलवानों ने नए संसद भवन के उदघाटन के समय, उसके सामने एक पंचायत की घोषणा की थी। जब 28 मई सुबह दस बजे के आस-पास पहलवान और उनके समर्थकों ने संसद की ओर कूच करना चाहा तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
अब इस मामले में भाजपा नेता और कुश्ती में ओलंपिक मेडल जीतने वाले हरियाणा के पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा है कि दिल्ली में धरने पर बैठने वाले पहलवान विपक्ष के बहकावे में आ गए थे। 28 मई की घटनाओं पर बोलते हुए योगेश्वर दत्त ने कहा, ‘पहलवानों को नई संसद की तरफ़ जाने के लिए पुश किया गया। सब को पता है कि ऐसी जगह पर कोई नहीं जा सकता जहाँ पर प्रधानमंत्री कोई उद्घाटन करते हों। इसमें पूरा विपक्षी पार्टियों का हाथ है। विपक्षी दल पहले ही कह चुके थे कि वे बहिष्कार करेंगे। उन्होंने पहलवानों के कंधे पर रखकर बंदूक चलाई है।’
योगेश्वर दत्त ने सितंबर 2019 में बीजेपी जॉइन कर ली थी। योगेश्वर दत्त दो बार बीजेपी के टिकट पर हरियाणा विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के कृष्ण हूडा ने हराया था। और फिर 2020 में हुए एक उपचुनाव में वे फिर कांग्रेस उम्मीदवार से ही दस हज़ार से अधिक वोटों से हार गए थे।