तारिक़ खान
केरल विधानसभा के 10वें सत्र के पहले दिन राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने अपना संबोधन महज एक मिनट 15 सेकेंड में ख़त्म कर दिया। इन मौकों पर राज्यपाल संवैधानिक नियमों के तहत अपने संबोधन में राज्य सरकार को ‘मेरी सरकार’ कहकर संबोधित करते हैं। लेकिन राज्यपाल ख़ान इससे बिल्कुल बचते नजर आए। राज्यपाल ने 61 पन्नों के भाषण में से आखिरी पैराग्राफ़ पढ़ा।
हालांकि, पूर्व स्पीकर एमबी राजेश ने राज्यपाल के भाषण पर कहा कि वो (ख़ान) ‘तकनीकी रूप से सही’ हैं, उन्होंने जो पढ़ा वो सरकार की नीति में है। ख़ान और वामपंथी मोर्चे की सरकार के बीच नागरिकता (संशोधन) कानून, कई विधेयकों पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर से इनकार करने और सत्ताधारी सीपीएम की स्टूडेन्ट विंग एसएफ़आई के साथ उनके टकराव चर्चा का विषय रहे हैं।
मो0 कुमेल डेस्क: 'द बुचर ऑफ दिल्ली' के नाम से कुख्यात, सीरियल किलर चंद्रकांत झा…
मो0 कुमेल डेस्क: समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस मिल्कीपुर…
ईदुल अमीन डेस्क: तुर्की के एक स्की रिसॉर्ट में आग लग लग जाने से 66…
शफी उस्मानी डेस्क: उत्तराखंड में यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू किए जाने पर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन…
सबा अंसारी डेस्क: पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के…
आफताब फारुकी डेस्क: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले में संदिग्ध माओवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों…