तारिक आज़मी
वाराणसी: वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने साफ़ साफ़ हुक्म जारी किया था कि शहर में ट्राफिक जाम के लिए उनके अधीनस्थ मुस्तैद रहे। साथ ही अतिक्रमण और अवैध पार्किंग के ऊपर कड़ी कार्यवाही करे ताकि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे। अब इस मुताल्लिक हुक्म को किसने कितना माना ये तो कमिश्नर साहब के पास आने वाली रिपोर्ट कागजों में बता सकती है। मगर हकीकत जिससे आज हम रूबरू करवा रहे है वह साबित करती है कि कम से कम वाराणसी कोतवाली पुलिस तो इस मुताल्लिक उदासीन ही है।
इसके बावजूद भी कोतवाली पुलिस चार कदम बढ़ कर जाम की समस्याओं का समाधान नही करती है। इसके दो कारण हो सकते है। पहला कारण तो उदासीनता है, और दूसरा कारण आढ़तियो के बल के आगे शांत बैठना हो सकता है। अब आम जनता अगर परेशान है तो परेशान रहा करे, बला से। मगर हकीकत ये है कि कोतवाली पुलिस की इस उदासीनता से दर्शनार्थियो को और आम जनता को समस्याओं का जो सामना करना पड़ता है, वह शब्दों में बयान नही किया जा सकता है। पोस्ट के साथ संलग्नक तस्वीरे आज शनिवार को दोपहर 1 बजे की है। जिसमे आप खुद खड़े डाला को देख सकते है कि किस तरह से बीच सड़क पर डाला लगा कर माल लोड हो रहा है। जाम में पीछे लोग फंसे है तो फंसे रहे।
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