सबा अंसारी
डेस्क: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बलात्कार के दोषी बाबा राम रहीम उर्फ़ गुरमीत के लिए कैद-ए-बामशक्कत की सज़ा एक मज़ाक से ज्यादा शायद कुछ नहीं बची है। अभी गुज़रे अक्टूबर में 20 दिन की परोल पाने वाले बाबा राम रहीम को एक बार फिर 30 दिनों की परोल मिली है।
हरियाणा चुनाव आयोग को इमरजेंसी परोल के लिए अर्ज़ी दी गई थी, जिसे मंज़ूर कर लिया गया था। गुरमीत राम रहीम को अपनी दो शिष्याओं के बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद 2017 में 20 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी।
ईदुल अमीन डेस्क: महाराष्ट्र में उर्दू भाषा पर छिड़ी बहस के बीच कवि, गीतकार और…
मो0 कुमेल डेस्क: कानपुर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। आनंदपुरी चौकी…
तारिक खान डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा में मरने वाले…
रेहान सिद्दीकी डेस्क: इंद्रजीत सरोज के भगवान को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा की…
तारिक आज़मी डेस्क: सुप्रीम कोर्ट में आज वक़्फ़ संशोधन अधिनियम से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई…
शफी उस्मानी डेस्क: सपा नेता ने कहा कि जब मुस्लिम आक्रांता यहां लूटपाट कर रहे…