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स्वीडेन में दो साल पहले कुरआन जलाने वाले सलवान मोमिका की गोली मार कर हत्या

तारिक आज़मी

डेस्क: स्वीडन में दो साल पहले क़ुरान जलाने वाले शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। 38 साल का सलवान मोमिका को स्टॉकहोम के एक नजदीकी कस्बे में एक अपार्टमेंट में बुधवार की शाम उस समय गोली मार दी गई जब वह किसी सोशल मीडिया के लिए वीडियो शूट कर रहा था।

बताते चले कि स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के बाहर साल 2023 में मोमिका ने क़ुरान जला दी थी, इसके बाद कई जगह प्रदर्शन हुए थे। स्टॉकहोम पुलिस का कहना है कि इस सिलसिले में पाँच लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मोमिका को उस वक्त गोली मारी गई जब वह टिक टॉक पर लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे थे। मोमिका की हत्या उस समय हुई जब स्टॉकहोम की एक अदालत उनके कु़रान जलाने से जुड़े मामले में फै़सला सुनाने वाली थी।

सलवान मोमिका इराक़ी ईसाई शरणार्थी हैं। वह अप्रैल 2018 में स्वीडन आया था, और अप्रैल 2021 में शरणार्थी का दर्जा मिला था। वह अपने फ़ेसबुक पर ख़ुद को नास्तिक और लेखक बताता था। मोमिका ने पिछले साल 28 जून 2023 को स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने क़ुरान जलाया था। उसके द्वारा क़ुरान ईद-उल-अज़हा के दिन जलाया था। जिसको लेकर दुनिया के तमाम मुसलमानों ने उसके खिलाफ अपना गुस्से का इज़हार किया था।

मुसलमानों के लिए कुरआन अल्लाह का कलाम है। इस्लाम में कुरआन की बेहुरमती एक जघन्य अपराध है। स्वीडिश पुलिस ने कु़रान के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन को बैन कर दिया था लेकिन स्वीडिश कोर्ट ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देकर यह पाबंदी हटा दी थी।

मोमिका ने कई इस्लाम-विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था। मोमिका के कुरान जलाने के बाद विवाद इतना बढ़ा था कि बग़दाद से स्वीडन के राजदूत को निलंबित कर दिया गया था। स्वीडन की पुलिस ने मोमिका को विरोध प्रदर्शन की मंज़ूरी दी थी, जिसमें उन्होंने कुरान को जलाया था। हालांकि, उनका ये कृत्य स्वीडन के फ्री-स्पीच क़ानूनों का उल्लंघन नहीं करता था।

एसवीटी की रिपोर्ट के अनुसार बीते साल जुलाई में सलवान मोमिका के घर के परमिट को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था। उस समय स्वीडन के माइग्रेशन बोर्ड ने कहा था कि अगर मोमिका को वापस उनके देश इराक़ भेजा जाता है तो वहां उसे ख़तरा हो सकता है। एसवीटी की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि सलवान मोमिका बीते साल मार्च में नॉर्वे चला गया था। हालांकि, नॉर्वे ने सलवान को वापस स्वीडन प्रत्यर्पित कर दिया था।

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