सबा अंसारी
डेस्क: 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी, जिसमें साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया है। राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रहीं साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण पुरस्कार मिलने पर जहाँ विश्व हिंदू परिषद ने खुशी जाहिर की है। वही दूसरी तरफ मुस्लिम समाज में इसको लेकर निराशा दिखाई दी है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने साध्वी ऋतंभरा को पद्म पुरस्कार दिए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा,’मोदी सरकार के कार्यकाल में पद्म पुरस्कार राजनीतिक तमाशा बन गए हैं।’ वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने लिखा, ‘साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण दिया गया है। उन्होंने बाबरी मस्जिद विध्वंस में सक्रिय रूप से भाग लिया था और सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक ‘आपराधिक कृत्य’ बताया है। इस घटना से पहले उन्होंने नफ़रत से भरे भाषण दिए थे।’
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