चंदौली: जिला निर्वाचन आयोग की हुई किरकिरी, वीवीपैट की पर्ची मिलने के बाद विपक्ष का जमकर हंगामा, प्रशासन द्वारा जांच के बाद कार्यवाही का मिला आश्वासन, चुनाव की निष्पक्षता पर उठाया विपक्ष ने सवाल
शाहीन बनारसी
चंदौली: एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद समाजवादी पार्टी समेत अन्य सभी विपक्षी दल चुनाव प्रक्रिया में धांधली को लेकर मुखर हो गए थे। इस बीच मंगलवार की शाम बरेली में जहा बैलेट पेपर कूड़ा गाडी में बरामद हुआ तो वही वाराणसी में वाहन से ईवीएम बरामद होने की घटना ने आग में घी डालने का काम किया। जिसके बाद चन्दौली में भी वीवीपैट की पर्ची मिलने की घटना ने लोगों में निष्पक्ष चुनाव को लेकर आशंकित कर दिया। बहरहाल इस वीवीपैट पर्ची मिलने की सच्चाई तो जांच के बाद ही पता चल पाएगी। लेकिन इस घटना ने जिले में निर्वाचन आयोग की खूब किरकिरी कराई।
चंदौली में ईवीएम के बाद अब चन्दौली में वीपीपैट की चुनाव चिह्न छपी पर्ची बरामद हुई। भारी संख्या में बरामद वीपीपैट के साथ मंगलवार की देर रात को बहुजन समाज पार्टी के सैयदराजा प्रत्याशी अमित यादव काउंटिंग स्थल पहुंचकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान ईवीएम की सुरक्षा में लगे सपाइयों ने भी विरोध प्रदर्शन और हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि, बाद में एसडीएम सदर की तरफ से जांच के बाद कार्रवाई के आश्वासन पर लोग माने और धरना समाप्त हुआ।
बसपा प्रत्याशी अमित यादव लाला का आरोप है कि विधानसभा क्षेत्र के अमादपुर गांव स्थित मतदान केंद्र पर विभिन्न पार्टियों की पर्चियां जलाई जा रही है। जिसकी सूचना के बाद बसपा प्रत्याशी मौके पर पहुंचे और बची हुई वीवीपैट की पर्चियों को अपने कब्जे में ले लिया। बरामद पर्ची में बहुजन समाज पार्टी, सपा, काग्रेस और नोटा की पर्चियां शामिल है। लेकिन इनमें से भाजपा की एक भी पर्ची नहीं मिली। इन सभी वीवीपैट पर्चियों को लेकर बसपा प्रत्याशी अपने संगठन के जिलाध्यक्ष समेत कार्यकर्ताओं संग नवीन मंडी स्थल पहुंचकर धरने पर बैठ गए और दोबारा चुनाव कराने की मांग की।
बसपा का आरोप है कि अमादपुर गांव बूथ नम्बर 72 का मामला पटल पर आ गया। लेकिन ऐसे सैकड़ों बूथ होंगे जहां व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की होगी। ऐसा में आशंका ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि इस तरह की धांधली पूरे विधानसभा में हुई होगी। ऐसे में सैयदराजा विधानसभा में मतदान की प्रक्रिया दोबारा कराया जाना चाहिए। वीवीपैट पर्ची के साथ धरने पर बैठने की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एसडीएम सदर अवनीश कुमार मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद एसडीएम ने काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन लोग पुनः मतदान कराए जाने की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव सिंह ने लोगों से फोन पर बात की और भी मामले की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद लोग माने और धरना समाप्त हुआ।