मंदिर मस्जिद का विवाद अब पार कर रहा मुल्क की सरहद: मुस्लिम महिलाओं को रेप की धमकी देने के आरोपी बजरंग मुनि ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को लिखा पत्र, कहा मक्का मदीना की हो जाँच वहा भी था शिव मंदिर
तारिक़ खान/शाहीन बनारसी
डेस्क: ज्ञानवापी, ताजमहल के बंद 20 कमरे, कुतुबमीनार, मथुरा ईदगाह आदि की खबरे अप पढ़ते पढ़ते बोर हो चुके होंगे। या फिर शायद और भी अभी उत्सुकता बाकी है। तो इस खबर को पढ़े। आपकी इस उत्सुकता को और भी बढायेगा। देश में चल रहे इस मंदिर मस्जिद प्रकरण ने अब देश की सरहद को पार कर दिया है। सरहद पार कर अब ये मामला सिर्फ भारत का नही बचा बल्कि अब इस मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का रुख कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को पत्र लिखा गया है जिसमे मांग किया गया है कि मक्का मदीना की जाँच हो वह पर भी शिव मंदिर था।
मुस्लिम महिलाओं को रेप की धमकी देने वाले महंत बजरंग मुनि ने यह बेतुका दावा किया है। बजरंग मुनि ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को पत्र लिखकर मक्का-मदीना में भी शिव मंदिर होने का बेतुका दावा किया है और उसकी जांच की मांग की है। महंत बजरंग मुनि ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को पत्र लिखकर कहा है कि मक्का-मदीना की जांच होनी चाहिए क्योंकि वहां पहले शिव मंदिर था।
गौरतलब हो कि देश भर में मंदिर- मस्जिद विवाद को लेकर राजनीति चरम पर है। खासकर ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा और ताजमहल पर छिड़े विवाद के बीच कई इस्लामिक इमारतों के नीचे मंदिर होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में मुगल शासकों की बनवाई हुई प्रसिद्ध इमारतों की जांच और खुदाई की मांग की जा रही है।
वैसे बजरंग मुनि और विवाद का चोली दामन का साथ है। इससे पहले उन्होंने अप्रैल माह में विवादित बयान देते हुए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं और बेटियों को घर से उठाकर रेप करने की बात कही थी। उनके इस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। जिसके बाद विवादित बयान देने के मामले में बजरंग मुनि को गिरफ्तार कर लिया गया था। बजरंग मुनि के खिलाफ थाना खैराबाद में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। 13 अप्रैल 2022 को महंत को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल बजरंग मुनि ज़मानत पर बाहर है।
प्रतापगढ़ जिले के औवर गांव के रहने वाले बजरंग मुनि पिछले 2 साल से खैराबाद के बड़ी संगत आश्रम में महंत की के पद पर हैं। उनका असली नाम अनुपम है। फरवरी 2021 में बड़ी संगत के पास जो जमीन खाली पड़ी है उस पर मुस्लिम परिवार का कब्जा था जिसे छुड़ाने के लिए बाबा और समुदाय के लोगो में हिंसक झड़प हुई जिसके बाद महंत बजरंग मुनि को गंभीर चोटें आई और उन्हे भर्ती भी होना पड़ा था। बाबा का खौफ इस कदर है की 70 से ज्यादा मुस्लिम परिवार बड़ी संगत की तरफ जाने से डरते है और रेप की धमकी के बाद लड़कियों ने उस तरफ जाना बंद कर दिया है।