जय हो नगर निगम: जलकल विभाग के जीएम साहब, आदमपुर ज़ोन के सलेमपुरा और हसनपुरा में हफ्तों से आ रहा है गन्दा पानी, क्या समस्या निस्तारण सियासत के हवाले है ?
शाहीन बनारसी
वाराणसी: वाराणसी के आदमपुर ज़ोन में स्थित सलेमपुरा और हसनपुरा की जनता पिछले कई महीनो से पीने के पानी की समस्या से दो चार हो रही है। महीनो से प्यासी जनता के लिए नगर निगम का जलकल विभाग इस समय गन्दा पानी सम्पाई कर रहा है। इसको कपडे आदि से छान कर पीने के लिए जनता मजबूर है। स्थानीय जेई साहब “सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए सीयुजी नम्बर को आल कॉल रिजेक्ट पर डाल कर आराम तलब कर रहे है। जनता इस दरमियान त्रस्त है और सियासत के नक्शेकदम पर चल रही नौकरशाही मस्त है।
दरअसल, विगत कई महीनो से ये इलाका पीने के पानी के लिए तरस रहा है। इस इलाके में दो जगह से पानी की सप्लाई है। पुरानी लाइन और नई लाइन। पुराने लाइन में पानी मैदागिन से आता है और नई लाइन का ट्यूबवेल सलेमपुरा स्थित काली मस्जिद के पास लगा हुआ है। अब समस्या ये है कि विगत कई महीनो से पुराने लाइन में पानी की सप्लाई का फ़ोर्स काफी कम है। इसका कारण बताया जाता है कि मछोदरी के निकल स्कूल के पास चल रहे निर्माण कार्य में जब पिलर गाड़े गए तो पिलर के कारण पानी सप्लाई लाइन को जिगजैक स्थिति में कर दिया गया। जिसके कारण पानी आने की रफ़्तार इस भूलभुलैया सरीखी जिगजैग के कारण कम हो गया है। जिसका असर सलेमपुरा में पुरानी लाइन के उपभोक्ताओं पर पड़ता है और काफी कम पानी नसीब हो पाता है।
वही दूसरी लाइन सलेमपुरा स्थित काली मस्जिद के ट्यूबवेल से आती है। इस ट्यूबवेल की बोरिंग ख़राब हो चुकी है और दूसरी बोरिंग करने का प्रस्ताव पास हो चूका है। कागज़ी घोड़े दौड़ चुके है ऐसा हमारे सूत्र बताते है। जबकि हकीकत ये है कि काम सिर्फ चालू करवाना है। इस सबंध में हमारी खबर पर जब आज से तीन माह पहले स्थानीय जेई से बात हुई थी तो उन्होंने हफ्ते दस दिन में काम लगाये जाने का आश्वासन दिया था। मगर हफ्ता दस दिन कब महीनो में बदल गया ये समझ नही आया। स्थानीय लोगो की माने तो सुना था जेई साहब आश्वासन देने में मास्टर डिग्री रखे है। इतना लम्बा आश्वासन देख कर आज हमको भी अहसास हो रहा है कि जेई साहब शायद सियासत के नक़्शेकदम पर चल रहे है।
इस संबध में समाजवादी पार्टी के नेता इकरार हाशमी “चीकू” ने कहा कि विभाग के द्वारा जिस प्रकार का व्यवहार इस क्षेत्र की जनता के साथ किया जा रहा है वह बिलकुल गलत है। कोई इलाके का पुरसाहाल नही है। महीनो से जनता इस क्षेत्र की पानी के लिए तरस रही है। मगर यहाँ सिर्फ विभाग द्वारा आश्वासन मिलता है। पानी इतना गन्दा अब आ रहा है कि उसको जानवर भी नही पियेगे, मगर इलाके की जनता इसको पीने के लिए मजबूर है। अगर जल्द समस्या का समाधान नही हुआ तो हम समाजवादी साथी इसके लिए संघर्ष करेगे और आन्दोलन करेगे।
हालत ये है कि लोगो के घरो में गन्दा पानी आ रहा है। लोग प्यासे है। मगर जेई साहब सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए सीयुजी नम्बर पर आल काल रिजेक्ट आप्शन डाल कर शायद आराम तलब कर रहे है। क्षेत्रीय निवासी अहमद शेख “बब्लू” ने बताया कि “एक लम्बे समय से पानी की समस्या चल रही है। मगर इसका निस्तारण कब होगा ये जवाब देने वाला कोई नहीं है। हर एक इंसान को पानी की आवश्यकता है। इलाके में गरीब है तो लोग अपने घरो में लाखो खर्च करके बोरिंग नही करवाया जा सकता है। सबसे बुरी स्थिति तो ये है कि इलाके में लगा कोई भी हैण्डपम्प काम नही करता है। अब पानी के लिए जनता कहा जाए, क्या जवाब दिया जाए नही समझ आता है।”
इस सम्बन्ध में समाजवादी नेता मोहम्मद अजफर “गुड्डू मास्टर” ने कहा कि एक साल होने को आया। जेई साहब सिर्फ आश्वासन देते है। आश्वासन के सारे रिकार्ड जलकल विभाग तोड़ने पर आमादा है। दूसरी तरफ लगता है कि जब चुनाव नज़दीक आयेगा तो काम चालु करवायेगे ताकि सियासी फायदा उठाने वाले उठा सके। अब जेई साहब केवल आश्वासन देते है और हम जनता को जवाब नही दे पाते है। जनता प्यासी है इसका दर्द जेई साहब को नही होगा। मोहल्ला हमारा है, जनता हमसे सवाल पूछती है और हमारे पास सवाल का जवाब नही रहता है। जब भी जेई साहब से बात करे तो यही आश्वासन मिलता है कि जल्द ही काम शुरू हो जायेगा। फिर मामला ठन्डे बस्ते में चला जाता है।
स्थानीय एक अन्य समाजसेवक दिलशाद मंसूरी ने कहा कि “पानी की समस्या से जूझते इलाके को राहत नही मिल रही है, बस बेमतलब की बाते सिर्फ हो रही है। पानी इतना गन्दा आ रहा है कि इसको इंसान छोड़े बल्कि जानवर भी नही पियेगा। मगर विभाग के कानो पर जू तक नही रेंग रही है। गरीब घरो को ये कहकर लोग चुप करा देते है कि तुम्हारे घर का पानी का टैक्स बकाया होगा तो तुम्हे दिक्कत आयेगे। लोग डर से खामोश हो जाते है। जेई इस समस्या का निस्तारण तब शायद करवाना चाहते है जब स्थानीय निकाय चुनाव आ जाए ताकि इसका फायदा राजनीती में उठाया जा सके।”
वही इस सम्बन्ध में स्थानीय पार्षद शाजिया खान से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके पति और प्रतिनिधि मुमताज़ खान का फोन नही कनेक्ट हुआ। शायद नेटवर्क कनेक्शन की समस्या रही होगी और नेटवर्क नही मिला। बहरहाल, हम उम्मीद कर सकते है कि जेई साहब जनता की इस समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करेगे। न कि अपने आदत के मुताबिक एक बार फिर से कोरा आश्वासन देकर काम चलायेगे।