पीऍफ़आई कनेक्शन: आदमपुर थाना क्षेत्र स्थित आलमपुरा का शाहिद और जैतपुरा के कच्चीबाग़ का रिजवान NIA और ATS की संयुक्त कार्यवाही में हुआ गिरफ्तार
मो0 सलीम
वाराणसी: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के दो सदस्यों रिजवान और शाहिद को एनआईए और एटीएस की संयुक्त कार्यवाही में आज शनिवार सुबह वाराणसी के कज्जाकपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार अभियुक्त आदमपुर क्षेत्र स्थित आलमपुर निवासी शाहिद और जैतपुरा के कच्चीबाग़ निवासी रिजवान पर ज्ञानवापी प्रकरण में दंगे भड़काने की साजिश और फंड जुटाने, देश विरोधी कृत्य समेत अन्य कई बड़े आरोप हैं।
आज देर शाम रिमांड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में आरोपियों को पेश किया गया, जहां से 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में दोनों अबियुक्तो को जेल भेज दिया गया है. वही दूसरी तरफ दोनों को कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने कोर्ट में आवेदन किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी इस्लामिक स्टेट के लिए संगठन बनाकर षड्यंत्र रच रहे हैं। ज्ञानवापी प्रकरण पर खास समुदाय की भावनाओं को भड़का कर फंड इकट्ठा कर रहे थे। देश और समाज में अस्थिरता फैलाने के मंसूबे पर काम कर रहे थे।
दोनों के कब्जे से दस्तावेजी दो किताबें और अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामद हुए। अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि दोनों आरोपी साड़ी बनाने के कारोबार से जुड़े हैं. पुलिस ने आरोपियों की सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया। पुलिस का कहना था कि उन्हें आरोपियों के घर की तलाशी लेनी है। उनके सहयोगियों के बारे में पूछताछ करनी है। उनके फंड कलेक्शन के श्रोतों की जानकारी करनी है।
अदालत में पुलिस व सरकार का पक्ष सहायक अभियोजन अधिकारी वंदना पाठक ने रखा। पूरे समय पुलिस टीम त्रिलोचन त्रिपाठी के नेतृत्व में मुस्तैद रही। दोनों आरोपियों के चेहरे काले कपड़े से ढंके थे। मामले की सुनवाई 26 सितंबर को होगी। पुलिस कस्टडी रिमांड का आवेदन विवेचक सहायक पुलिस अधीक्षक त्रिलोचन त्रिपाठी ने दिया है. प्राथिमिकी एटीएस के भारतभूषण तिवारी ने दर्ज कराया था।