पिता ने बेटे को महज़ शराब पीने से किया था मना, बेटे ने ले ली अपने ही पिता की जान
आफ़ताब फारुकी
बागपत: एक बाप अपने बच्चो के लिए क्या कुछ नहीं करता। अपनी खवाहिशें और जरुरतो को भी वह अपने बच्चो की खुशियों के आगे खत्म कर देता है। दिन भर भले ही वो जो भी काम करे, दुःख सहे, मगर रात को जब घर आता है तो वो पिता ही होता है जो अपने लाखो गमो के पीछे एक बड़ी सी मुस्कराहट और हाथो में ढेर सारी खुशियाँ लेकर आता है ताकि उसके बच्चे खुश रहे और उन्हें कोई भी गम न मिले। बाप का साया दुनिया का एक ऐसा साया है जो छाव भले ही न दे मगर साथ हो तो हर गम ख़ुशी में बदल जाती है। मगर वो ही पिता जो बच्चो के लिए इतना कुछ करता है तो क्या उसे हक़ नहीं कि वो अपने बच्चो को गलत-सही के लिए बोल सके, और क्या बच्चे पिता के महज़ समझाने पर अपने ही पिता को मार मार कर मौत के घाट उतार सकते है। जी हाँ, आपने बिलकुल सही सुना।
मामला बड़ौत के ढिकाना गांव का है जहाँ कल बुधवार की देर रात अनुसूचित जाति के एक बुजुर्ग व्यक्ति की उसी के ही शराबी बेटे ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। पिता की गलती महज़ इतनी सी ही थी कि उसने अपने बेटे को शराब पीने से रोका था और कलयुगी बेटे ने इस दर्दनाक घटना को अंजाम दे दिया और मौके से फरार हो गया। पड़ोसी की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर हत्यारोपी बेटे की तलाश में जुट गई है। मृतक धर्मपाल (70) पुत्र कर्म सिंह ढिकाना गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि मृतक धर्मपाल का बेटा बिट्टू शराब पीने का आदी था, अक्सर शराब पीने को लेकर वह घर व मौहल्ले में गाली-गलौज करता रहता। जिसका धर्मपाल अक्सर विरोध करता था। देर रात्रि भी बिट्टू घर पर बैठकर शराब पी रहा था।
बिट्टू को धर्मपाल ने रोका तो बिट्टू ने गाली गलौज शुरू कर दी और पिता को पीटना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं शराब के नशे में बिट्टू ने एक भारी पत्थर व ईटों से पिता के चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद आरोपी घर से फरार हो गया। इस घटना की जानकारी उस समय लगी, जब से गांव का ही एक युवक सचिन अपने पड़ोसी बिट्टू के घर गया था। वहां पर बिट्टू तो नहीं मिला, लेकिन बिट्टू के पिता धर्मपाल का शव जमीन पर पड़ा था। उसके चेहरे पर चोट के निशान थे। सचिन ने यह जानकारी बिट्टू के भाई जितेंद्र को दी, जिसके बाद जितेंद्र ने थाना पुलिस को घटना से अवगत कराया।
सीओ युवराज सिंह ने बताया कि जितेंद्र की सूचना पर पुलिस बल को लेकर वह मौके पर पहुंचे और घटना की जांच पड़ताल की तो जानकारी मिली कि मरने वाले व्यक्ति धर्मपाल (70 साल) ढिकाना गांव का रहने वाला था। उसके छह बेटे हैं जो गांव में रहते हैं। धर्मपाल अपने बेटे बिट्टू के पास रहता था। घटना के बाद से ही बिट्टू लापता है उसका फोन बंद आ रहा है। धर्मपाल के चेहरे पर किसी वस्तु से प्रहार का निशान है। पुलिस ने धर्मपाल के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है जबकि बिट्टू की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना में मृतक के बडे बेटे राममेहर पुत्र धर्मपाल बेटे ने अपने भाई बिट्टू के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
बताते चले कि आरोपी बिट्टू अपने ही पिता के पास अकेला रहता था क्योंकि बिट्टू की शराब पीने की आदत से घर का हर सदस्य परेशान था। इसलिए बिट्टू के बड़े भाइयों ने बिट्टू को अलग कर दिया था तभी से बिट्टू अपने पिता धर्मपाल के साथ रहता था। वही शराब पीकर आए दिन मारपीट करने से तंग आकर आरोपी बिट्टू की पत्नी काजल भी उसे छोड़कर चली गई थी। जिसके बाद बिट्टू ने ओर ज्यादा शराब पीना शुरु कर दिया।