दिल्ली में नाबालिग छात्रा पर एसिड अटैक प्रकरण: डीसीडब्लू चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने जारी किया “अमाजान” और “फ्लिपकार्ट” को नोटिस, कहा बताये किस किस सेलर ने बेचा और किस किस बायर ने खरीदा एसिड
आदिल अहमद
नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारिका इलाके में कल बुद्धवार को सुबह एक नाबालिग छात्रा पर एसिड अटैक प्रकरण में आज दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन स्वाति मालीवाल ने ऑनलाइन शापिंग कंपनी “अमाजान” और “फ्लिपकार्ट” नोटिस जारी करते हुवे पूछा है कि वह बताये कि प्रतिबन्ध के बावजूद भी कैसे ऐसे खुल्लम खुल्ला एक क्लिक पर एसिड उपलब्ध है। साथ ही स्वाति मालीवाल ने यह भी नोटिस के माध्यम से जानकारी मांगी है कि विगत दिनों किन किस सेलर्स ने एसिड बेचा है और किन किन बायर्स ने एसिड खरीदा है।
स्वाति मालीवाल ने यह जानकारी आज ट्वीट के माध्यम से दिया। नोटिस की प्रति के साथ ट्वीट कर स्वाति ने लिखा है कि “17 साल की लड़की पर जो एसिड फेंका गया वो Flipkart से मंगाया था। Amazon पे भी ऐसिड बिक रहा है। सोचिए कितना आसान है किसी के लिए भी तेज़ाब ख़रीदना…बटन दबाओ, घर बैठे तेज़ाब की Home Delivery पाओ! मैं Flipkart और Amazon को नोटिस जारी कर रही हूँ, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए”।
17 साल की लड़की पर जो एसिड फेंका गया वो Flipkart से मंगाया था। Amazon पे भी ऐसिड बिक रहा है। सोचिए कितना आसान है किसी के लिए भी तेज़ाब ख़रीदना…बटन दबाओ, घर बैठे तेज़ाब की Home Delivery पाओ! मैं Flipkart और Amazon को नोटिस जारी कर रही हूँ, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए! pic.twitter.com/aE15c2zbAO
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 15, 2022
बताते चले कि कल बुद्धवार की सुबह दिल्ली को शर्मसार कर देने वाली एक घटना हुई थी। जहा पश्चिमी दिल्ली के द्वारका मोड़ इलाके में सुबह 9 बजे के करीब कक्षा 12 में पढने वाली एक 17 वर्ष की छात्रा जब स्कूल जाने के लिए निकली और अपनी बहन के साथ खडी थी तभी बाइक सवार दो युवको ने उस पर तेज़ाब फेक दिया। इस एसिड अटैक में छात्रा जख्मी हो गई और उसे सफदरजंग अस्पताल इलाज हेतु भर्ती करवाया गया है। जहा उसका इलाज चल रहा है। वैसे तो चिकित्सक कुछ अभी बताने को तैयार नही है। मगर इतना ज़रूर बताया है कि पीडिता के आँखों पर भी एसिड का असर हुआ है।
इस घटना के सम्बन्ध में कल जारी अपने बयान में सीपी सागर प्रीती हुड्डा ने बताया था कि आरोपी लड़के की लड़की से पहले से ही जान पहचान थी। पुलिस ने इस घटना में शामिल सचिन अरोड़ा, हर्षित और वीरेंदर को हिरासत में लिया है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उन्होंने तेज़ाब ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से खरीदा था और घटना को अंजाम देने के लिए हर्षित गाडी चला रहा था जबकि सचिन अरोड़ा ने पीडिता पर तेज़ाब फेका था। इन सबका तीसरा साथी वीरेंदर सबसे शातिर था। घटना के दरमियान सचिन का मोबाइल लोकेशन मौके पर न मिल सके इस कारण वह घटना की जगह से काफी दूर सचिन अरोड़ा का मोबाइल और उसकी स्कूटी लेकर खड़ा हुआ था।
घटना के बाद सबसे पहले मौके पर और अस्पताल पहुचने वाली टीम में दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन स्वाति मालीवाल थी। स्वाति ने कल भी इस घटना के सम्बन्ध में कई ज्वलंत सवाल उठाये थे। इसके बाद सियासत भी गर्म हुई थी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रशासन पर सवाल उठाये थे। साथ ही उपराज्यपाल ने पुलिस आयुक्त से सम्पूर्ण घटना पर रिपोर्ट तलब कर जवाब माँगा था कि आखिर ऑनलाइन शापिंग पर ऐसे आसानी से तेजाब कैसे उपलब्ध है।
कल हुवे खुलासे के बाद लोग आवक रह गये है। ऑनलाइन शापिंग साईट पर कंट्रोल को लेकर सवाल खड़े होने लगे है। बड़े सवालो के घेरे में फ्लिपकार्ट और अमाजान जैसी शापिंग साइट्स आई है क्योकि यहाँ आसानी से बिना किसी सवालो के तेज़ाब उपलब्ध है। कल ही ये सवाल फिजाओं में तैर रहे थे कि आखिर कैसे सिर्फ एक क्लिक पर घर बैठे ऐसी घातक पदार्थ उपलब्ध है?