तुर्की में विनाशकारी भूकम्प पीड़ितों को लूटने के आरोप में 48 गिरफ्तार
आफताब फारूकी/ईदुल अमीन
डेस्क: एक तरफ जहा तुर्की में विनाशकारी भूकंप ने इंसानियत को दहशत में डाल दिया है। वही ऐसे मौके पर भी लूट खसोट करने वालो की कमी नही है। तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद लूटपाट के आरोप में पुलिस ने शनिवार को 48 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उक्त जानकारी सरकारी समाचार एजेंसी AFP ने अपने रिपोर्ट में दिया है।
समाचार एजेंसी अनादोलु ने कहा कि सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद लूटपाट की जांच के तहत आठ अलग-अलग प्रांतों में संदिग्धों को पकड़ा गया है। भूकंप और उसके बाद के झटकों ने तुर्की और सीरिया में 28,000 से अधिक लोगों की जान ले ली।
राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने पहले ही चेतावनी दी थी कि तुर्की लूटेरों पर नकेल कसेगा। भूकंप प्रभावित दियारबाकिर प्रांत के दौरे के दौरान उन्होंने कहा, “हमने आपात स्थिति की घोषणा की है।” अर्दोआन ने कहा, “इसका मतलब यह है कि अब से, लूट या अपहरण में शामिल लोगों को पता होना चाहिए कि राज्य का मजबूत हाथ उनकी पीठ पर है।” अर्दोआन ने मंगलवार को भूकंप से प्रभावित दक्षिणपूर्वी तुर्की के 10 प्रांतों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की थी।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार के भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में मरने वालों की संख्या शनिवार (स्थानीय समय) तक 28,192 तक पहुंच गई। तुर्की के उप राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तुर्की में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24,617 हो गई है। वहीं सीरिया में उत्तर पश्चिम में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,167 सहित 3,575 मौतों की पुष्टि हुई है। शनिवार को दक्षिण-पूर्वी शहर सान्लिउफा में अर्दोअन ने कहा कि 80,104 लोग घायल हुए हैं।
इस बीच, 6 फरवरी को तुर्की में आए भूकंप के बाद से लापता एक भारतीय नागरिक को माल्टा में एक होटल के मलबे के नीचे मृत पाया गया, तुर्की में भारतीय दूतावास ने शनिवार को एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी। मृतक की पहचान विजय कुमार के रूप में हुई है, जो तुर्की की व्यापारिक यात्रा पर था।