बछड़े के साथ कुकर्म करने का वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर वायरल करने वाले उस वीडियो के इस सच को ज़रूर पढ़े और बताये झूठ के बल पर जो नफरत की सौदागरी कर रहे हो उससे तुम्हे क्या मिल रहा है
प्रमोद कुमार
डेस्क: सोशल मीडिया पर नफरती कीड़े अपने ज़हर को उगलते ही रहते है। नामालूम उन नफरती सौदागरों को इस नफरत को फ़ैलाने से क्या मिलता है? मगर कोई कड़ी कार्यवाही के न होने से उनके हौसले बुलंद होते ही जा रहे है। पिछले सप्ताह से एक वीडियो को ट्वीटर जैसे सोशल मीडिया पर ट्रेंड करवाया जा रहा है और इसको सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।
वीडियो में एक किशोर को बछड़े के साथ कुकर्म करता हुआ सीसीटीवी फुटेज है। इस फुटेज को कई ऐसे ट्वीटर अकाउंट से भी ट्वीट करके सांप्रदायिक रंग दिया गया और आरोपी का नाम एक मुस्लिम समुदाय के युवक का बता कर वह झूठ फैलाया गया जिनको ब्लू टिक मिली हुई है। आप सोच सकते है कि ऐसे नफरती कीड़ो को ट्वीटर भी वेरीफाईड अकाउंट होने का तमगा देकर बैठा है तो इंसान उनकी बातो पर भरोसा क्यों कर न करे। जबकि इस वीडियो की असली हकीकत दावो से एकदम अलग है जिसको फैक्ट चेकर ‘ऑल्ट न्यूज़’ ने साफ़ साफ़ बताया कि कैसे इसको सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है जबकि ऐसा कुछ भी घटना में संप्रदाय विशेष का योगदान नही है। ।
ऑल्ट न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में लिखा है कि हमें इस मामले से जुड़ी कई रिपोर्ट्स मिलीं. हमने भी ऑल्ट न्यूज़ के द्वारा डी गई जानकारी को जब इकठ्ठा किया तो मालूम पड़ा कि 28 फ़रवरी 2023 को ‘दैनिक भास्कर’ ने इस सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट का प्रकाशन किया था. जिसमे बताया था कि छत्तीसगढ़ के बालोद शहर में एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें एक लड़का गाय के साथ गलत हरकत करते हुए दिखा. वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने 17 साल के नाबालिग लड़के को गिरफ़्तार किया था. वहीं पुलिस ने आरोपी के खिलाफ़ आईपीसी की धारा 377 के तहत केस दर्ज किया है. इस रिपोर्ट में आरोपी के नाबालिग होने के वजह से उसकी पहचान उजागर नियमानुसार नही किया गया था. मगर साथ ही यह भी कोई ज़िक्र नही है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल है.
इस मामले में शिकायतकर्ता बजरंग दल के लोग थे. ‘ऑल्ट न्यूज़’ ने बजरंग दल से जुड़े ओमेश सेन से बातचीत का विवरण अपने तफ्तीश में किया है. ये वही ओमेश सेन है जिनका ज़िक्र ‘दैनिक भास्कर’ की उस खबर में था. इस मामले के जल्द खुलासे के लिए ओमेश सेन ने ही अपनी टीम के साथ पुलिस को जाकर शिकायत का संज्ञान भी दिलवाया था। ‘ऑल्ट न्यूज़’ ने अपनी ओमेश सेन से हुई बातचीत का विवरण अपनी पड़ताल में देते हुवे बताया है कि ओमेश सेन ने बातचीत में उनको बताया कि उन्होंने ऐसी कई घटनाओं की जानकारी पुलिस को दी है। वायरल वीडियो देखकर बताया कि ये घटना बालोद की है। ओमेश सेन ने कहा, “ये घटना पिछले महीने की है। वीडियो में दिखने वाला लड़का नाबालिग़ है और हिन्दू समुदाय से है।” उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में पुलिस ने आरोपी लड़के के खिलाफ़ केस दर्ज कर लिया था।
वही ‘ऑल्ट न्यूज़’ ने वीडियो के बारे में बालोद पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी से हुई अपनी बातचीत का भी ज़िक्र किया है जिसमे बालोद इस्पेक्टर ने कहा कि इस घटना की जांच वही कर रहे हैं। साथ ही आरोपी के कृत्य का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की और आरोपी लड़के के खिलाफ़ केस दर्ज किया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी नाबालिक है और हिन्दू समुदाय से है। फिलहाल आरोपी को चाइल्ड कस्टडी में रखा गया है।
अब आप खुद सोचे कि ऐसे पोस्ट से किसको क्या फायदा मिलता है। आपके दिमाग में सिर्फ नफरत के बीज बोना क्या ऐसे लोगो का मकसद है। ये कोई पहला मौका नही है जब ऐसे नफरती जीवो ने नफरत की सौदागरी किया है। अक्सर या फिर रोज़ ही ऐसी पोस्टो से आपकी सोशल साइट्स भरी रहती है। नज़र उठाने भर की देर है। बहरहाल ट्वीटर ने इस प्रकार की वीडियो शेयर करके नफरत भड़काने के लिए उन सभी ट्वीटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है. उन नफरत के ज़हरीले ट्वीट का अर्काईब लिंक मौजूद है। साथ ही ट्वीट के स्क्रीन शॉट भी है। (https://twitter.com/AchAnkurArya/status/1635240422426701824)