बिहार: हथुआ राज के जितेन्द्र प्रताप शाही उर्फ़ इंजीनियर साहब संदिग्ध हालत में मृत मिले
अनिल कुमार
डेस्क: बिहार के हथुआ राज से जुड़े जितेन्द्र प्रताप शाही संदिग्ध हालत में मृत मिले हैं। हथुआ राज बिहार के गोपालगंज की एक रियासत थी, जिसका इतिहास बहुत समृद्ध रहा है। जितेन्द्र प्रताप शाही उर्फ़ इंजीनियर साहब का शव हथुआ के बाबू साहब एस्टेट कंपाउड स्थित उनके आवास में मिला है। वो पटना में रहते थे और हथुआ आते-जाते रहते थे।
बताते चले कि हथुआ के शाही मार्केट में उनके नाम अच्छी खासी संपत्ति है, जिसकी देखभाल के लिए वो हथुआ आते थे। फिलहाल हथुआ एस्टेट के उत्तराधिकारी मृगेन्द्र प्रताप शाही हैं, जिनको स्थानीय लोग महाराजा मृगेन्द्र प्रताप शाही कहते हैं। जितेन्द्र प्रताप शाही इन्हीं मृगेन्द्र प्रताप शाही के चचेरे भाई हैं।
हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार ने बताया, “ये रविवार दोपहर एक से दो बजे की घटना है जिसकी जानकारी हमें फोन पर तकरीबन पांच बजे मिली। जितेन्द्र प्रताप शाही के दामाद ने पटना से फोन पर इसकी सूचना दी। जिसके बाद मौके़ पर पुलिस पहुंची। जितेन्द्र प्रताप का शव उनके कमरे में मिला। उनके सिर में गोली लगी थी और बगल में लाइसेंसी बंदूक थी।”
इस मामले में रविवार रात फॉरेंसिक और फिंगर प्रिंट टीम ने सैंपल ले लिए है, जिसके बाद घटना की वैज्ञानिक जांच की जा रही है। अनुराग कुमार ने बताया,“शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और अभी तक इस मामले में कोई एफ़आईआर दर्ज नहीं हुई है। हथुआ में उनके पास रह रहे परिजनों ने घटना की सूचना क्यों नहीं दी, ये जांच का विषय है। साथ ही इस बिंदु पर भी जांच हो रही है कि ये हत्या है या आत्महत्या?”
गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने स्थानीय पत्रकारों को दिए बयान में इस बात की पुष्टि की है कि लाइसेंसी बंदूक की गोली से ही मौत हुई है। एसपी के मुताबिक, “ घटनास्थल को देखकर मामला आत्महत्या का लग रहा है लेकिन पहले के पारिवारिक विवाद और घटनाओं को देखते हुए सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है।”