पढ़ें इसराइल-फ़लस्तीन मुद्दे पर गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में क्या कहा विदेश मंत्री जयशंकर ने
मुकेश यादव
डेस्क: एस जयशंकर शुक्रवार को युगांडा की राजधानी कंपाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन के शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि ग़ज़ा में हिंसा का ‘स्थायी हल’ ढूंढने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए दो राष्ट्र के विकल्प पर विचार करने की अपील की। उनका ये बयान 19वें गुटनिरपेक्ष आंदोलन के शिखर सम्मेलन के दौरान ग़ज़ा पट्टी पर इसराइली हमलों की आलोचना करने की पृष्ठभूमि में आया है।
भारतीय विदेश मंत्री ने पश्चिम एशिया में जारी हिंसा की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इसे इलाक़े के अन्य हिस्सों में फैलने से रोकने की कोशिश होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अभी ग़ज़ा में जारी लड़ाई हमारे लिए सबसे ऊपर है। इस मानवीय संकट को दूर करने के लिए एक स्थायी हल की ज़रूरत है, जो सबसे ज़्यादा प्रभावित लोगों को तुरंत राहत दे। यह भी साफ़ होना चाहिए कि आतंकवाद और किसी को बंधक बनाने जैसी घटना अस्वीकार्य है।’’
उन्होंने यूक्रेन संकट का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि आधुनिक संघर्ष ‘दुनिया में कहीं भी हो, उसका असर हर जगह’ होता है। उन्होंने कहा, ‘‘गुटनिरपेक्ष आंदोलन अब अपने सातवें दशक में प्रवेश कर चुका है। इस दौरान यह दुनिया बदल गई और हमारी क्षमताएं और आत्मविश्वास भी बदल गया है।”
“हमें अपना हक़ मांगने और अपनी मांगों पर ज़ोर देने के मामले में और अधिक हिम्मती होने की ज़रूरत है। हम जितना अधिक साझेदारी, सहयोग और एक-दूसरे को मज़बूत करेंगे, हम उतना ही अधिक इस दुनिया को बदल सकते हैं।’’ जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया।