ईद के चाँद का हुआ दीदार, आलम-ए-इस्लाम में छाई खुशियों की लहर, गुलज़ार है बाज़ार
ईदुल अमीन
वाराणसी: रमजान-उल-मुबारक के मुक़द्दस महीने के तोहफे के तौर पर रब की बारगाह से मिले ईद के चाँद के आज दीदार होने पर आलम-ए-इस्लाम में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी है। बाद नमाज़-ए-मगरिब लोगो ने आसमान में चाँद के दीदार को जब निगाहें उठाया तो खुबसूरत, दिलकश चाँद सामने दिखाई पड़ा। जिसको देखते ही लोगो ने एक दुसरे को ‘चाँद मुबारक’ कहकर खुशियाँ तकसीम किया।
चाँद के दीदार करने के बाद लोगो ने रब की बारगाह में हाथ उठा कर रब्बुल आलमीन से अपनी जायज़ तमन्नो को तलब किया। छत हो या मैदान या फिर सड़क, चाँद के दीदार को करने के बाद लोगो को रब की बारगाह में हाथ उठा कर दुआ मांगते देखा गया।
तमाम आलम-ए-इस्लाम में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी है। एक महीने रमजान में इबादतों और रोज़े के तोहफे के तौर पर अल्लाह रब्बुल इज्ज़त तमाम आलम को यह ईद की ख़ुशी देता है। सुबह ईद-उल-फ़ित्र मनाई जायेगी। इस जिसकी तैयारिया अभी से जारी है और पूरी रात जारी रहेगी। ईद-उल-फ़ित्र की नमाज़ के पहले ही पुरे परिवार के सदस्यों की तय्दात में सदका-ए-फ़ित्र की रकम सभी मुस्लिमो के द्वारा गरीबो को दी जाती है।
हर घर में जहा सिवइयो के बनने का सिलसिला शुरू हो गया है, वही घर के पुरुष बाजारों से आवश्यक चीजों की खरीद-ओ-फरोख्त में मशगुल है। आज की रात को चाँद रात भी कहा जाता है। इस रात का भी काफी मर्तबा है। सुबह फजिर की नमाज़ के बाद सुबह 7:30 से लेकर शुरू होने वाली अलग अलग मस्जिदों में ईद-उल-फ़ित्र की नमाज़ 10:30 तक चलेगी। सभी मस्जिदो के वक्त अलग अलग होते है। जिसके बाद सभी एक दुसरे से गले मिल कर तमाम गिले शिकवे दूर कर मुहब्बत का पैगाम देते है।
हम अपने तमाम पाठको को ईद की तहे दिल से मुबारकबाद देते है और रब की बारगाह में मुल्क के अमन-ओ-सुकून की दुआ करते हुवे आप सभी की तमाम जायज़ तमन्नाओ को पूरा करने की इल्तेजा करते है।