नेपाल में एमडीएच के 3 और एवरेस्ट के एक मसाले की बिक्री पर लगा अस्थाई बैन
आफताब फारुकी
डेस्क: नेपाल ने कुछ भारतीय ब्रांड्स के मसालों की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद उन पर ‘तुरंत प्रभाव’ से अस्थायी बैन लगा दिया है। नेपाल ने दो भारतीय कंपनियों के चार प्रकार के मसालों पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया है और इनके आयात पर भी रोक लगा दी है। नेपाल के खाद्य प्रौद्योगिकी और गुणवत्ता नियंत्रण विभाग ने इस बारे में जानकारी मुहैया करवाई है।
विभाग ने कहा है, ‘भारत के एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांडों से सांबर मसालों, करी पाउडर और मछली करी मसालों के आयात को तुरंत रोकने के लिए संबंधित सरकारी एजेंसियों को एक पत्र भेजा गया है।’ विभाग की महानिदेशक मतीना जोशी वैद्य ने नेपाली मीडिया को दिए बयान में कहा है कि ‘एक पत्र हासिल हुआ है और कुछ मसालों को फिलहाल के लिए आयात नहीं किया जा सकता।’
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, ‘नेपाल ने जिन मसालों के आयात परमिट को रोकने के लिए पत्र लिखा है, उनमें एमडीएच के तीन और एवरेस्ट का एक प्रकार का मसाला शामिल है।’ हाल ही में हॉन्ग कॉन्ग के फूड सेफ़्टी विभाग ने भारतीय कंपनी एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ पैकेटबंद मसालों में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने का दावा किया। हांगकांग ने अपने नागरिकों को इनका इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। सिंगापुर ने देश की फूड एजेंसी की ओर से एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने पर एवरेस्ट के फिश करी मसाले को बाज़ार से वापस लेने का निर्देश दिया।
इन सवालों पर एवरेस्ट का कहना है कि वो पचास साल पुराना और प्रतिष्ठित ब्रांड है। एवरेस्ट का यह भी दावा है कि उसके सभी प्रोडक्ट कड़ी जांच के बाद ही तैयार और एक्सपोर्ट किए जाते हैं और वो साफ-सफाई और फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड का कड़ाई से पालन करते हैं। एफ़एसएसएआई ने मीडिया को बताया है कि भारत में बेचे जाने वाले मसालों में एथाइल ऑक्साइड का इस्तेमाल नहीं होता है।