आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने इस्कान मंदिर में मारपीट का कथित वीडियो शेयर कर किया कार्यवाही की मांग
ईदुल अमीन
डेस्क: आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में मारपीट की कथित घटना का वीडियो जारी करते हुवे प्रशासन से कड़ी कार्यवाही की मांग किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मामले पर अगर कोई कार्यवाही नहीं हुई और पटना इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास को जेल नहीं भेजा गया तो लगातार विरोध करते रहेंगे। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए पटना इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष कृपा दास पर गंभीर आरोप लगाए थे।
इस्कान पटना में घटी घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है,भक्तों की श्रद्धा एवं गरिमा को ठेस पहुचाने का काम मंदिर अध्य्क्ष एवं कुछ भक्तों द्वारा किया गया है।
मैंने पूर्व में भी मंदिर में चल रहे घिनोने कृत्य का खुलासा किया था जो आज सार्वजनिक रूप से सबके सामने आ गया है,पूर्व… pic.twitter.com/5bws2xpFHp— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 9, 2024
तेज प्रताप यादव ने कृष्ण कृपा दास को मारपीट की घटना का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आज तक से बातचीत में कहा है कि ‘इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष कृपा दास पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उनको जेल जाना चाहिए। हम लगातार कह रहे हैं कि धर्म की आड़ में वहां कृपा दास कुछ ना कुछ गड़बड़ कर रहा है और यह बात साबित हो गई। जिन लोगों ने इसका विरोध किया उनको पीटा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? हमने इनकी गवर्नर बॉडी को को भी लिखा है। उनसे भी हम बात करेंगे। उनको भी हम कहेंगे कि इस पर कार्रवाई होनी चाहिए और कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।’
तेज प्रताप यादव ने कहा कि ‘निश्चित तौर पर यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमने जो पूर्व में आरोप लगाए थे वह सही साबित हुए हैं। हम धार्मिक न्यास बोर्ड से भी अपील कर रहे हैं कि ऐसे लोगों को हटाए। ऐसे लोगों को मत रखिए और इस पूरे मामले को लेकर इनके गवर्नर बॉडी के पास भी हम जाएंगे। उनको पत्र भी लिखेंगे।’
इससे पहले तेज प्रताप ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया। उसमें दिखने वाले शख्स को लेकर बताया जा रहा है कि वह पटना इस्कॉन के अध्यक्ष कृपा दास हैं। यह वीडियो काफी पहले का बताया जा रहा है। अब तेज प्रताप ने इसे शेयर करते हुए लिखा है, इस्कान पटना में घटी घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, भक्तों की श्रद्धा एवं गरिमा को ठेस पहुचाने का काम मंदिर अध्य्क्ष एवं कुछ भक्तों द्वारा किया गया है। मैंने पूर्व में भी मंदिर में चल रहे घिनोने कृत्य का खुलासा किया था जो आज सार्वजनिक रूप से सबके सामने आ गया है।