संसद भवन के सामने एक व्यक्ति ने खुद को पेट्रोल छिड़क कर लगाया आग, गंभीर रूप से घायल अवस्था में पुलिस ने करवाया आरएमएल में भर्ती
फारुख हुसैन
डेस्क: आज दिल्ली संसद भवन के पास एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों से खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा लिया। घटना की जानकारी पर आसपास मौजूद पुलिस कर्मियों ने तत्काल आग बुझाया, मगर तब तक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस चूका था। घायल शख्स को आरएमएल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में लगी है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक पुलिस को घटनास्थल पर पेट्रोल भी मिला है। शख्स ने खुद को आग के हवाले क्यों किया, इसकी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। फोरेंसिक टीम मौके पर जांच के लिए पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार मौके से 2 पन्ने का अधजला नोट मिला है। पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया है। घायल शख्स को घटना के तुरंत बाद कंबल से ढक दिया गया था। दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के बागपत निवासी जितेंद्र ने रेल भवन के गोल चक्कर में खुद को आग लगा ली।
पुलिस ने जारी बयान में कहा है कि ‘स्थानीय पुलिस और रेलवे पुलिस ने कुछ नागरिकों के साथ मिलकर तुरंत आग बुझाई और व्यक्ति को अस्पताल भेजा गया। जहां तक हमें पता चला है, यह मामला बागपत में व्यक्तिगत दुश्मनी से संबंधित है। आगे की जांच जारी है।’ बता दें कि संसद का विंटर सेशन पिछले हफ्ते बहस और राजनीतिक मतभेदों के बीच संपन्न हुआ था। इस सेशन में एक साथ चुनाव कराने के दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए गए। हालांकि, बीआर आंबेडकर के बारे में कथित टिप्पणियों को लेकर कार्यवाही प्रभावित हुई।
Delhi | A man has tried to commit suicide by setting himself on fire near Parliament. He has been taken to RML hospital: Delhi Police
More details awaited
— ANI (@ANI) December 25, 2024
विंटर सेशन के दौरान लोकसभा की प्रोडक्टिविटी लगभग 58 प्रतिशत बताई गई, जो पिछले सेशन की तुलना में काफी कम है। राज्यसभा की प्रोडक्टिविटी 40.03 प्रतिशत रही, जिसमें सदन ने केवल 43 घंटे से अधिक समय तक प्रभावी ढंग से काम किया। अपने समापन भाषण में धनखड़ ने पार्टियों से राजनीतिक मतभेदों को दूर करने और संसदीय विमर्श की गरिमा को बहाल करने का आग्रह किया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कम प्रोडक्टिविटी के लिए विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस द्वारा लगातार विरोध को जिम्मेदार ठहराया था।