नये वर्ष पर गुलजार होगा दुधवा, पार्क प्रशासन ने तैयारियां की पूरी, नए साल को लेकर 15 जनवरी तक दुधवा के गेस्ट हाउस हट्स की बुकिंग फुल

फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी: प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी नये वर्ष 2025 पर दुधवा टाइगर रिजर्व में नया साल का जश्न मनाने के लिए भारी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं 15 जनवरी तक दुधवा टाइगर रिजर्व के सभी गेस्ट हाउस हट्स की बुकिंग फुल हो गई है इस बार बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी नए साल का जश्न मनाने टाइगर रिजर्व में आ रहे हैं।
जी हां आपको बता दे कि दुधवा टाइगर रिजर्व विश्व का प्रचलित उद्यान है जो वन्यजीवों से भरा पड़ा है जहां आपको विभिन्न प्रकार के वनयजीवों के अलावा विभिन्न प्रकार की पंक्षियों की प्रजाति भी पायी जाती हैं जो बरबस ही आपका मन मोह लेती है और यही कारण है कि दुधवा की ख्याति दूर दूर तक फैल रही है।
प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के पलिया स्थित दुधवा टाइगर रिजर्व देश भर के सैलानियों के सबसे पसंदीदा वाइल्ड डेस्टिनेशन बनकर उभर रहा है। तराई के जंगलों में बसा दुधवा नए साल के जश्न में पूरी तरह से रंगने की तैय्यारी में है। टाइगर रिजर्व में इस मौके पर देश भर से बड़ी संख्या में पर्यटक अपने अपने परिवार के साथ पहुंचेंगे। जिसके चलते दुधवा आने वाली 15 जनवरी तक हाउसफुल हो गया है। नए साल के जश्न में पार्क प्रसाशन ने सैलानियों के लिए कोई कमी नहीं रखी ।नये वर्ष पर जंगल में सफारी के खास इंतजाम किये गये हैं।
दुधवा वन विहार आजकल मेहमान साइबेरियन परिन्दों से भी चहक रहा हैं।जंगल में टाइगर की खूब साइटिंग हो रही। वन्य जीव प्रेमियों को दुधवा में टाइगर, तेंदुआ, जंगली हाथी, गैंडा और पांच प्रजाति के हिरणों के झुंड देखने को मिलते है ।पालतू हाथियों के बच्चे सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है। परंतु जब पर्यटको से बात की तो कुछ पर्यटकों ने दुधवा टाइगर रिजर्व में स्थित ट्री हाउस के सही न होने पर कुछ नाराजगी दिखाई दी कि अगर इस ट्री हाउस को सही करवाकर पर्यटकों के लिये खोला जाये तो और अच्छा रहेगा पर इस ओर पार्क प्रशासन ध्यान नहीं देता।
वहीं पार्क के अफसर व्यवस्थाओं को लेकर सजग है। दुधवा के डीडी टी0 रंगा राजू ने बताया कि वाइल्ड टूरिज्म एजुकेशन का एक हिस्सा है। हालांकि नए साल के लिए कोई स्पेशल चीज हम लोग नहीं कर रहे हैं लेकिन जो पार्क में घूमने आ रहे हैं उनके लिए अधिक से अधिक सुविधाएं दी जा रही है काफी संख्या में गाड़ियां हैं सभी कॉटेज और गेस्ट हाउस बुक हो गए हैं इस बार नेचर महिला गाइड की संख्या बढ़ा दी गई है और कैंटीन के लिए भी लखनऊ से यहां के स्टाफ को ट्रेनिंग दिलाई गई है।