सांसद चन्द्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले पर विवादित बयान देते हुवे कहा ‘किसी ने पाप किया है तो धोने कुम्भ जाए, सरकार कहती है एक दिन में कुछ नहीं होता, हमने 6 महीने में रेत पर शहर बनते देखा’, मचा सियासी घमासान
तारिक खान
डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर तंज़ कसते हुवे बयान जारी किया जिसको लेकर सियासी घमासान बढ़ गया है। चंद्रशेखर आज़ाद ने अपने बयान में कुम्भ का ज़िक्र करते हुवे कहा कि जिसने पाप किया हो, वह उसको धोने के लिए कुम्भ चला जाए। सरकार रोज़गार, रोटी-कपडा, मकान पर कुछ नहीं बोलती। कहती है एक दिन में कुछ नहीं होता है। मगर हमने महज़ 6 महीने में रेत पर शहर बसते हुवे देखा है।
उन्होंने कहा कि ‘सरकार से रोज़गार, बुनियादी सुविधाओं, मकान, रोटी-कपड़ा को लेकर सवाल पूछोगे तो सरकार के पास जवाब नहीं है। सरकार कहती है कि एक दिन में कुछ नहीं होता। लेकिन हमने छह महीने में रेत पर एक बहुत बड़ा शहर बनते देखा। जब सरकार करने पर आती है तो सबकुछ हो जाता है। तो जिस विचारधारा की सरकार है, अपना काम कर रही है। और जब सरकार इतना अच्छा काम कर रही तो सब चुप हैं।’
चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि ‘किसी को पाप धोने हैं, किसी ने पाप किए हों वो (कुंभ) चला जाए। कोई बताता है क्या उसने पाप किया है? मेरा ये कहना है कि हम इस देश में उन लोगों के लिए रोटी, कपड़ा और बुनियादी सुविधाओं की लड़ाई लड़ रहे हैं जिन्हें हज़ारों साल तक जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर अपमानित किया गया।’ चंद्रशेखर आज़ाद के इस बयान पर अब सियासी घमासान मच गया है और तरह तरह के बयान सामने आ रहे है।
चंद्रशेखर आज़ाद के बयान पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है। उत्तर प्रदेश के मंत्री असीम अरुण ने कहा है कि हमारी परंपराओं और आस्था का कोई इस तरह मज़ाक बनाए ये हमें स्वीकार नहीं है। असीम अरुण ने कहा, ‘चंद्रशेखर जी ने जो बात कही है वो हमें स्वीकार नहीं है। मेरा अनुरोध है कि आस्था से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। ये हमारी आस्था है। कुंभ केवल पंथ और परंपराओं का संगम नहीं है यहां पर पवित्र नदियों का संगम है।’
वही चंद्रशेखर आज़ाद के बयान पर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा, ‘वो (चंद्रशेखर आज़ाद) पुण्य आत्मा होंगे, अगर पुण्य आत्मा हों तो अच्छी बात है। हम लोग यहां आए हैं तो निश्चित रूप से जाने-अनजाने कोई दोष, पाप होता है तो उसका निवारण यहां होता है, ऐसी हमारी श्रद्धा है। और जो ये मान रहे हैं कि उन्होंने कई पाप किया ही नहीं, निष्पाप हैं। ऐसे निष्पापी व्यक्ति का हम दर्शन करना चाहेंगे।’