आखिर क्या है वजह कि कभी जिस बाहुबली पूर्व विधायक के लिए सोनू-मोनू गैंग काम करता था, उससे ही मोल ली दुश्मनी. पढ़े आखिर कैसे और क्यों ‘गैंग आफ सोनू-मोनू’ ने किया था दुर्दांत अपराधी गुड्डू सिंह की हत्या

तारिक आज़मी

डेस्क: बिहार के मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर बुधवार को फायरिंग की घटना हुई, जिसे लेकर पूरे इलाके में तनाव फैल गया है। इस मामले में आरोपी सोनू सिंह और मोनू सिंह को माना जा रहा है जो दोनों सगे भाई है। वैसे तो पुलिस को मौके से तीन खोखे बरामद किए हैं। मगर ग्रामीणों का कहना है कि कुल 15 राउंड फायरिंग हुई है। बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह पांच महीने पहले ही जेल से रिहा होकर बाहर आये है। अदालत ने 14 अगस्त 2024 को एके-47 और बुलेटप्रूफ जैकेट मामले में बरी किया था। यह फैसला पटना हाई कोर्ट में आया था।

सोनू-मोनू गैंग शुरुआती दौर में बाहुबली अनंत सिंह के लिए काम करता था लेकिन अब दोनों के बीच अदावत है। अनंत सिंह और सोनू-मोनू में बीच अदावत की कहानी पंचायत चुनाव में शुरू हुई। दरअसल सोनू-मोनू गैंग के परिवार से उसकी बहन नौरंगा जलालपुर पंचायत से पिछला पंचायत चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन उम्र कम होने का आरोप लगाकर उसे चुनाव से बाहर कर दिया गया। साथ ही गुड्डू सिंह जो अनंत सिंह गैंग का कुख्यात अपराधी था पर आरोप था कि उसने अनंत सिंह की शह पर सोनू-मोनू की बहन को काफी तंग किया। वह चुनाव में खड़ी नहीं हो पाई। इस बात को लेकर मोनू और सोनू काफी गुस्से में थे।

सोनू-मोनू के परिवार के लोगो का आरोप था कि अनंत सिंह ने तब उसके परिवार का विरोध किया था और गुड्डू सिंह के परिवार का समर्थन कर दिया। इसके बाद अनंत सिंह के साथ गुड्डू से भी सोनू-मोनू की दुश्मनी शुरू हो गई। दुश्मनी के बाद शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई इस कदर आगे बढ़ा गई कि सोनू-मोनू ने 8 सितंबर 2017 को पटना के बाढ़ कोर्ट में फिल्मी स्टाइल में कुख्यात अपराधी गुड्डू सिंह की गोलीमार कर हत्या कर दी। बताया जाता है कि गुड्डू सिंह पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण मरांची थाने के पंचमहला गांव निवासी अनिल महतो और टुनटुन महतो का अपहरण कर उनकी हत्या करने का मामला था, जो प्रदेश में काफी चर्चा में रहा। इस मामले में गुड्डू सिंह नामज़द अभियुक्त था। इसी केस में बाढ़ कोर्ट में 8 सितम्बर 2017 को गुड्डू की पेशी एडीजे-2 के कोर्ट में थी। तभी सोनू मोनू ने गुड्डू को गोलियों से छलनी कर दिया और फरार हो गए।

बताया जाता है कि इसके बाद हालात बदले। हाल के दिनों में जब अनंत सिंह जेल से रिहा हुए तो सोनू-मोनू और पूर्व विधायक अनंत सिंह के रिश्ते सुधरने लगे लेकिन आज एक बार फिर वर्चस्व को लेकर ये वारदात हुई है। इस गैंगवार के पीछे का कारण अब तक सामने नहीं आया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पटना एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया, पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही पटना ग्रामीण एसपी इस पर पूरी जानकारी देंगे। आरोप है कि सोनू-मोनू गैंग ने गांव के एक परिवार को बुरी तरह पीटा और उन्हें घर से बाहर कर दिया। साथ ही घर में ताला जड़ दिया था। इस घटना की सूचना पाकर अनंत सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे, तभी उन पर गोलीबारी की गई। गोलीबारी के बाद सोनू-मोनू गैंग के सदस्य मौके से फरार हो गए हैं। घटना के बाद से नौरंगा गांव में पुलिस का भारी पहरा है और कई थानों की पुलिस तैनात है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *