महाकुम्भ 2025: उमड़ी श्रद्धालुओ की प्रचंड भीड़ के आगे बेबस नज़र आई व्यवस्था, तस्वीरो में देखे भीड़ का मंज़र, सतर्क प्रयागराज प्रशासन ने मौनी अमावस्या से पहले बंद की गलियां, चप्पे-चप्पे पर बढ़ी सिक्योरिटी
तारिक खान/अजीत कुमार
प्रयागराज: आज प्रयागराज में कुम्भ स्नान हेतु प्रचंड भीड़ उमड़ पड़ी। इस दरमियाना पूरा जनपद ही भीड़ की चपेट में था। हर सु सिर्फ जाम दिखाई दिया। हमारी टीम ने कई तस्वीर हमारे साथ साझा किया है जिसमे देखा जा रहा है कि श्रद्धालुओ की भारी भीड़ हर तरफ दिखाई दे रही है। कही पैर रखने तक की जगह नहीं है।
इस दरमियान श्रद्धालुओं को पीपा पुल के पास रोका गया था। जिसके लिए प्रशासन ने बैरिकेटिंग लगा रखा था। मगर बढती श्रद्धालुओ की भीड़ ने आखिर बेकाबू होते हुवे बैरिकेडिंग तोड़ डाला और आगे बढ़ते चले गए। श्रद्धालुओं की भीड़ आप देख सकते है इस वीडियो में। इस दरमियान बताया जा रहा है कि एक एसडीएम की गाडी को भी श्रद्धालुओ के आक्रोश का सामना करना पड़ा जब श्रद्धालुओ को लगा कि यह गाडी वीआईपी कल्चर के तहत आई है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
इस बीच योगी सरकार का अनुमान है कि मौनी अमावस्या के दिन होने वाले दूसरे अमृत स्नान में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करेंगे। दूसरे अमृत स्नान से पहले प्रशासन की तरफ से भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दरअसल, प्रयागराज पुलिस-प्रशासन ने जिले में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कड़ी कर दी है।
इसके अलावा प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर में जगह-जगह होर्डिंग्स भी लगवाए गए हैं, जिनमें महाकुंभ मेला क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्ग के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही प्रयागराज रेलवे स्टेशन से कुंभ मेला की ओर जाने वाले मार्ग की तमाम गली और मोहल्लों की सड़कों को सील कर दिया गया है। इस बीच मिल रही जानकारी के अनुसार 29 जनवरी को प्रयागराज जिलाधिकारी के तरफ से सार्वजनिक छुट्टी घोषित किया गया है।
स्थानीय निवासी अमित गुप्ता ने कहा कि पुलिस द्वारा गली-मोहल्लों में बैरिकेडिंग करने का फैसला सही है। मैं प्रशासन के निर्णय को सही मानता हूं, क्योंकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा जाना चाहिए। एक अन्य निवासी ने कहा कि प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में बैरिकेडिंग की है, जो एक अच्छा कदम है। इससे कोई भी श्रद्धालु गलियों में भटक नहीं पाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या का स्नान काफी शुभ माना जाता है, इसलिए लाखों की तादाद में लोग संगम नगरी में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लगातार पहुंच रहे हैं।