महाकुम्भ में जिस मल्लाह पिंटू की 30 करोड़ की कमाई का किया सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ज़िक्र, उसकी आई अब क्राइम हिस्ट्री सामने, कई संगीन जुर्म का है आरोपी, विपक्ष हुआ हमलावर

आदिल अहमद

प्रयागराज: महाकुंभ खत्म हो चुका है लेकिन इसको लेकर अब भी विवाद चल रहा है। ताजा मामला एक नाविक परिवार को लेकर शुरू हुआ है। सीएम योगी ने महाकुंभ की सफलता का जिक्र करते हुए प्रयागराज के पिंटू की तारीफ की और बताया कि उसके परिवार ने महाकुंभ के दौरान 30 करोड़ रुपये की कमाई की है, लेकिन अब पिंटू की चौंकाने वाली हिस्ट्री सामने आ रही है। पिंटू प्रयागराज के नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उस पर महाकुंभ के दौरान भी केस दर्ज हुआ था। आइए जानते हैं कि आखिर पिंटू महरा को लेकर क्या है पूरा विवाद।

महाकुंभ मेले के दौरान अरैल के पिंटू महरा ने अपने परिवारवालों संग मिलकर 30 करोड़ रुपये कमाए, इसका जिक्र सीएम योगी ने विधानसभा में किया था। अब पता चल रहा है कि पिंटू तो नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर हत्या, हत्या की कोशिश, धमकी देने समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज है। इतना ही नहीं, हाल ही में खत्म हुए महाकुंभ के दौरान भी इस पर केस दर्ज हुआ था।

महाकुंभ के दौरान भी पिंटू महरा समेत आठ लोगों पर रंगदारी मांगने और मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ था। 11 फरवरी को मेला कोतवाली में एक नाविक ने मुकदमा दर्ज करवाया था। नाविक शनि निषाद ने आरोप लगाया कि उसके भाई पिंटू निषाद को पीट-पीटकर घायल कर दिया गया था। इतना ही नहीं, रंगदारी मांगने का भी आरोप लगाया था।

रिपोर्ट्स के अनुसार, पिंटू पर एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, बलवा, बमबाजी-फायरिंग जैसे संगीन अपराध भी शामिल हैं। 2009 में नैनी के लोकपुर में हुए दोहरे हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ और जेल भेजा गया था। आरोप था कि अनिरुद्ध उर्फ बर्रू निषाद व उसके छोटे बेटे छगन निषाद को गोलियों से भून दिया गया था।

साल 2017 में पिंटू पर एक और मुकदमा हुआ। एक शख्स पर हमला करने का आरोप लगा था। इस हमले में कुल तीन लोग जख्मी हुए, जिनमें से एक की मौत हो गई थी। साल 2022 में पिंटू के खिलाफ दारागंज थाने में एक और मुकदमा दर्ज हुआ। तब एक परिवार को धमकाकर अपने पक्ष में गवाही कराने का आरोप लगा था।

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इसको लेकर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि नाविक पिंटू महरा ने कुंभ में नाव चलवाकर 30 करोड़ कमाए। अब उसका कच्चा चिट्ठा सामने आ रहा है। वह नैनी के अरैल का कुख्यात अपराधी है। योगी जी, अपने सूचना सलाहकारों को बर्खास्त कीजिए। सोचिए भला, आपसे एक कुख्यात अपराधी का सदन में इतना महिमामंडन करवा डाला? हद है!

वही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि ‘इस समाचार की सच्चाई की पड़ताल हो। अगर सच में एक परिवार ने महाकुम्भ में अकेले 30 करोड़ कमाए है, तो जीएसटी कितना मिला ये भी तो बताये। “पातालखोजी” पहले पता कर लिया करे फिर महिमामंडान किया करे। पहले ठग से एमओयु कर लिया, अब नामज़द के नाम की सदन में बंद आँखों से तारीफ कर दी। अब तो आँखे खोले। इन्ही सब वजहों से ही भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद है।’

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