असरदार रहा ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल
अनिल कुमार
बिहार. लघु खनिज नियामवली 2017 के विरोध में सोमवार के मध्य रात्रि से शुरू ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का पहले दिन पूरा असर दिखा । ट्रांसपोर्ट नगर और उसके आसपास इलाके में लगभग दो हजार ट्रक खड़े दिखे । पटना बाइपास से लेकर मनेर,बिहटा और मोकामा सहित कई जगह पर ट्रक खड़े दिखे । जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल सफल है ।
राजधानी पटना में नई बालू नीति के विरोध में सगुना मोड़ स्थित ट्रैफिक पुलिस चौकी को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया । प्रदर्शनकारियों ने मैनपुरा से लेकर सगुना मोड़ तक दुकानों को जबरन बंद कराया । बंद के विरोध करने वाले दुकानदारों के सामान फेंक डालें । सड़कों पर चल रहे वाहनों के शीशे भी फोड़ डाले। इन लोगों ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार का पुतला दहन भी किया ।
वहीं मनेर में भी प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया और शाम होते ही प्रर्दशनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी । झड़प के बाद लोगों ने पुलिस पर पथराव करने लगे । इसके बाद पुलिस ने अपने बचाव में 36 राउंड हवाई फायरिंग की।
इस हिंसक प्रर्दशन के पीछे कुछ राजनीतिक पार्टी का भी हाथ नजर आ रहा है । ट्रांसपोर्टर अपने तीन सुत्री माँग कर रहे हैं । जिसमें नयी बालू नीति में बदलाव, पहले की तरह बालू की ढुलाई का किराया ट्रक ऑपरेटर को खुद तय करने का अधिकार दिया जाए और अंतिम माँग ट्रक में जीपीएस लगाने का आदेश वापस लिया जाये,क्योंकि इससे खर्च बढ़ेगा ।