पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वाकई एक काबिल शख्सियत है
शबनम शेख़
दुनिया में हर इंसान का जीने का तरीका अलग होता है, कोई देश के लिए जीता है तो कोई स्वयं के लिए जीना ही मकसद समझता है लेकिन जहा तक मैं समझती हूँ, सच्चा इंसान वही होता है जो दुसरो के लिए जिए, इंसानियत के लिए जिए, वो बात अलग है कि बहुत लोग सिर्फ स्वार्थ के लिए जीते है लेकिन दावे समाज हित के लिए जीने के किये जाते है,
अगर देश की राजनीति की बात की जाए तो यहाँ राजनीति में हिन्दू मुस्लिम को बांटकर धर्म का कार्ड खेला जाता है, और अगर कोई जातिवाद, धर्मवाद से ऊपर उठकर राजनीति करना चाहता है तो उसको सभी कट्टरवादी लोग तोड़ने की कोशिश करते है। उत्तर प्रदेश की बागडौर जिस दिन युवा नेता अखिलेश यादव के नेतृव में आई थी उसी दिन से प्रदेश तरक्की की और चल दिया था, विद्यार्थियो, गरीबो, मज़लूमो को विकास व तरक्की की उम्मीद जगने लगी थी, लोगो की उम्मीदो पर अखिलेश खरे उतरे और लोगो का सपना साकार कर दिया, प्रदेश को अखिलेश ने उत्तम प्रदेश बनाने में कोई कसर नही छोड़ी, लगातार प्रदेश की तरक्की के लिए संघर्ष करते रहे, बेशुमार जन कल्याणकारी योजनाये भी चलाई गई जिसका लाभ सीधा जनता को मिला।
लेकिन मुश्किलें तब आई जब विकास की राजनीति विपक्षियो को रास न आई और हिन्दू मुस्लिम का अहसास जनता को कराया जाने लगा, सबको साथ लेकर चलने वाले अखिलेश के नेतृव वाली समाजवादी पार्टी को मात्र एक सामुदायिक पार्टी करार दिया जाने लगा, लेकिन जनता के दिलो में समाये अखिलेश लाख रुकावटो के बाद भी प्रदेश को तरक्की की तरफ ले जाते रहे। लेकिन दोबारा सरकार में तो न आ सके मगर जनता के लिए अब भी मैदान में हर वक्त रहते है, अगर यूं कहा जाए वही असली प्रदेश की जनता का नायक है तो कोई गलत नही होगा। अखिलेश यादव वाकई एक काबिल और महान शख्सियत है।