बिहार का अगला डीजी कौन? दोनों राजेश का नाम रेस में सबसे ऊपर
अनिल कुमार.
बिहार के डीजीपी पी के ठाकुर अगले माह रिटायर होंगे। इधर इस बात को लेकर बिहार पुलिस के मुखिया कौन होगा, पुलिस महकमे में चर्चा तेजी से हो रहा है । राज्य सरकार भी इस पर मंथन में जुटी हुई है और जल्द ही इस पर मुहर भी लग जाएगी।वर्तमान में डीजीपी सहित बिहार में डीजी रैंक के दस आईपीएस अधिकारी हैं। जिसमें से इस साल इनमें से तीन अधिकारी रिटायर हों जाएँगे । 1980 बैच के आईपीएस अफसर व वर्तमान डीजीपी पीके ठाकुर 28 फरवरी को रिटायर होंगे।
ऐसे इस रेस में तीन आईपीएस अधिकारियों का भी नाम चर्चा में है। रविन्द्र कुमार, एस के सिन्हा और के एस द्विवेदी तीनों ही सक्षम और चर्चित आईपीएस अधिकारी है पर इन लोगों का सेवानिवृत्ति का भी समय काफी कम है । लेकिन चूँकि डीजी के पद के लिए कम से कम दो वर्ष का कार्यकाल जरूरी है। इस कारण इन तीनों आईपीएस अधिकारियों का डीजी बनना मुश्किल है । ऐसे पहले भी दो वर्ष से कम कार्यकाल वाले डीजी बनते रहे हैं । इस पर अंतिम निर्णय सरकार का ही होगा ।
चर्चा ऐसे आईपीएस अधिकारी को डीजीपी बनाने का है जो 2020 तक का कार्यकाल पूरा कर सके ,क्योंकि वर्ष 2019 में देश में लोकसभा का चुनाव है और उसके अगले वर्ष 2020 में बिहार में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। विधि व्यवस्था के लिहाज से चुनावी वर्ष में सरकार ऐसे अधिकारी के नाम पर विचार कर सकती है जो कम से कम दो वर्षों का कार्यकाल पूरा कर सके। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अभी मात्र दो चर्चित नामों पर विचार शुरू कर दिया है। इन दोनों अधिकारी इस समय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। यह अधिकारी राजेश रंजन एवं कुमार राजेश चंद्रा हैं । दोनों अधिकारी कार्यकाल के मामले मे फिट बैठते हैं। राजेश रंजन 30 नवम्बर 2020 को रिटायर हो रहे हैं और कुमार राजेश चंद्रा 31दिसम्बर 2021 तक सेवा में रहेंगे। इन दोनों अधिकारी की छवि ईमानदार और कड़क की रही है। राजेश रंजन अभी फिलहाल बीएसएफ के स्पेशल डीजी हैं। राजेश रंजन वर्ष 2005 में नीतिश सरकार के सत्ता में आने के बाद सीआईडी मे महत्वपूर्ण पद पर रह चुके हैं। राजेश रंजन सीबीआई और इंटरपोल में भी काम कर चुके हैं।
वहीं कुमार राजेश चंद्रा अभी फिलहाल ब्यूरो ऑफ सिविल एविशयन सिक्यूरिटी के डीजी हैं । कुमार राजेश चंद्रा पहले पटना के एसएसपी भी रह चुके हैं। अब देखना यह है कि बिहार सरकार डीजी के पद पर इन अधिकारियों में से किस को योग्य समझती है।