सीज था जब हॉस्पिटल तो कैसे चल रहा था उसमे इलाज ?
रुद्रपुर देवरिया अभी कुछ दिनों पहले ही प्रशासन ने बस स्टेशन के समीप एक अवैध रूप से संचालित नर्सिग होम पर सरकारी ताला लगाया था पर अपनी आदतों से मजबुर फिर अस्पताल संचालक बगल के रूम में फिर नर्सिग होम चलाने लगा इसकी भी जानकारी प्रशासन को नही थी ये तो एक गर्भवती महिला का वहाँ पर इलाज चल रहा था
जिसकी इलाज में आना कानी व धन उगाही हो रही थी जब तबियत गम्भीर हो गयी तो परिजनों ने कोतवाली व प्रशासन को खबर कर दी देर शाम गुरुवार को एसडीयम रामविलास राम व पुलिस कोतवाल प्रभारी छोटेलाल दल बल के साथ नर्सिग होम पर जांच करने पहुचे पर हर बार की तरह इस बार भी अस्पताल संचालक फरार हो गया एक साल में ये चौथी बार ये घटना है प्रशासन ने पीड़ित महिला को जिला अस्पताल में रेफर कराया.
आखिर कब तक ऐसे नामचीन अवैध नर्सिग होम संचालित होते रहेंगे व लोग इसमे फसते रहेंगे ।आखिर ऐसे नर्सिग होम किसके शह पर लगभग हर क्षेत्रो में चौराहो पर पाए जाते है लाख सरकारी सुविधाओ के बाद भी मरीज आखिर इनकी शरण क्यो लेता है कोई भी सरकार इस पर ध्यान नही देती ।कही ना कहीं कमियां तो जरूर है ?