हेलन’ ने कराया संवेदनाओं का अहसास
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद : उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में चल रहे समूहन कला संस्थान द्वारा आयोजित ‘समूहन भ्राम्ययान नाट्य समारोह’ के तीसरे दिन रविवार को मंच पर ‘हेलन’ की प्रस्तुति विंग्स थियेटर गुवाहाटी द्वारा किया गया। हेलन एक दिव्यांग लड़की है, जो देख और सुन नहीं सकती है। उसके अहसास और संवेदनाओं को समझाने, महसूस करने और उसके अनुसार प्रतिक्रिया देने पर नाटक आधारित है।
हेलन अपने जीवन में व्याप्त अभावों के कारण अपने पिता के दुर्व्यवहार की भागी बनती है। किंतु दूसरी ओर उसकी मां उसे अत्यधिक लाड़-प्यार देकर और भी अक्षम बना देती है। एनी हेलन कि अध्यापिका है। उनसे हेलन के साथ हो रही ज्यादतियां देखी नहीं जाती हैं और वह उसकी मदद करने का मन बना लेती है। इस कार्य के लिए एनी दो सप्ताह के लिए हेलन को अपने साथ ले जाने की अनुमति मांगती है। काफी खींचतान के बाद एनी हेलन को अपने साथ ले जाने में सफल हो जाती है। हेलन एक ऊंचे मनोबल एवं दृढ़ इच्छाशक्ति वाली लड़की होने के कारण एनी के हर मोड़ पर विरोध करती है। दो सप्ताह में ही हेलन खुद से कपड़े पहनना, खाना और घर के सामान को छूकर बताना सीख जाती है।
इस तरह धीरे-धीरे एनी की मदद से हेलन की जिंदगी बदलने लगती है। हेलन की कहानी एक सुखद पड़ाव पर जाकर समाप्त होती है। जहां हेलन लोगों को छूकर पहचानने लगती है। नाटक का लेखन और निर्देशन किस्मत बानो ने किया। कस्तम बानो के साथ सना बानो, डॉरिना, प्रियम, रूपज्योति डेका और समीरा सैफ और असमां ने बेहतरीन अभिनय किया। संगीत प्रभाव मून और प्रकाश योजना कानू का सराहनीय रहा। इस प्रस्तुति की नियंत्रक मेमुना बेगम रही। नाट्य आलेख एवं निर्देशन किस्मत बाने ने किया। संगीत नाटक अकादमी के उप सचिव नाट्य सुमन कुमार की विशिष्ट उपस्थिति रही। दिल्ली से आए प्रसिद्ध कथक कलाकार प्रतिभा सिंह ने निर्देशिका को सम्मानित किया। समूहन कला संस्थान के निर्देशक राजकुमार शाह ने बताया कि अगले साल फिर इस समारोह को संगमनगरी में करेंगे।