कानपुर – आग लगने से मची अफरातफरी, चर्चाओ के अनुसार अवैध गैस रिफिलिंग होती थी दूकान में
रिजवान/अंबुज साहू.
कानपुर. रेल बाजार थाना क्षेत्र के सुजातगंज नई बस्ती में शकील जनरल स्टोर में शोर्ट सर्किट से आग लगने के कारण दूकान में रखा सारा माल जलकर ख़ाक हो गया, मौके पर पहुची फायर ब्रिगेड के प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका है. जिससे आग और भयावह रूप नहीं ले सके. वरना भड़कती आग ने आस पास रहने वालो में अफरा तफरी का माहोल कायम कर दिया था.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार सुजातगंज नई बस्ती में शकील जरनल स्टोर नाम से एक दूकान है जहा गैस चुल्हा बनाने का भी कार्य होता है. रविवार मध्य रात्रि लगभग 2:15 बजे शॉर्ट सर्किट से दूकान में आग लग गई. आग दूकान में रखे सिलेंडर के लीकेज को पकड़ कर और भयावह हो गई.
अचानक आधी रात को आग की उठती लपटों ने आस पास के क्षेत्रीय नागरिको को इतनी ठण्ड में घरो से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया. जब क्षेत्रीय नागरिको ने आग की भयावहता देखी तो आस पास के घरो में अफरातफरी का माहोल कायम हो गया. लोग घरो से बाहर निकल आये, इसी बीच सुचना पाकर क्षत्रिय चौकी इंचार्ज सुजातगंज धर्मेन्द्र सिंह मौके पर पहुचे और उन्होंने फायर ब्रिगेड को सुचना दिया. कुछ देर में फायर ब्रिगेड कर्मी मौके पर वाहन सहित पहुच कर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
आग बुझाने में फायर ब्रिगेड के साथ क्षेत्रीय जनता ने भी बड़ा सहयोग किया. इस दौरान आस पास के मकानों से लोग अपने परिवार सहित बाहर आ चुके थे. आग ने इलाके में एक खौफ का माहोल पैदा कर रखा था. आग लगने का कारण मुख्य रूप से शर्ट सर्किट बताया जा रहा है. वही आस पास जनता की चर्चाओ को आधार माना जाये तो इस दूकान में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग का भी कार्य होता था और आग उसी रिफिल करने वाले सिलेंडरो में लगने के कारण इतनी भयावह रूप धयार्ण कर बैठी. जो भी हो एक बड़ा हादसा मौके पर होने से बच गया और लोगो ने चैन की साँस लिया. इस अवैध रिफिलिंग के सम्बन्ध में क्षेत्रीय चौकी प्रभारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि हमको क्षेत्र में हुए अवैध गैस रिफलिंग के बारे में जानकारी नहीं है और इस घटना में कोई भी व्यक्ति घायल वा जख्मी नहीं हुआ है. घटना की जाँच किया जायेगा और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही किया जायेगा.
यदि कयास लगाया जाये कि यही दुर्घटना अगर दुपहर में हुई होती तो शायद काफी बड़ी दुर्घटना होती. क्योकि पास में ही स्कूल है जहा नन्हे मुन्ने नौनिहाल अपना भविष्य बनाने जाते है. अगर सिलेंडर कही दिन आग पाये होते अथवा दुकान मे ज्यादा सिलेंडर फटे होते तो पास के स्कूल मे छोटे छोटे बच्चे भी इस बड़ी दुघर्टना का शिकार हो सकते थे और चारो तरफ हाहाकार मचा होता.