यूपी की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर अखिलेश ने सीएम योगी पर बोला हमला, पूछा अब थाने कौन चला रहा है
मिशन 2019 के मद्देनजर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जल्द ही प्रदेश में रथयात्रा पर निकलेंगे। 27 जनवरी को तहसील केंद्रों पर धरने के बाद सपा संघर्ष की धार को और तेज करेगी। सूबे में बिगड़ी कानून व्यवस्था के अलावा किसानों और युवाओं की समस्याओं को लेकर सपा आरपार के मूड में है।
बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अखिलेश ने योगी को घेरा
अखिलेश यादव ने कहा, कल यूपी दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई है। नया त्योहार सरकार ने मनाया है, जब उपराष्ट्रपति लखनऊ में थे तब प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर एक तस्वीर सामने आई। योगी सरकार को करीब 1 साल हो गया है और ऐसी भयावह और दर्दनाक घटनाएं पहले कभी नहीं हुई थी।उन्होंने मेरठ में हुए डबल मर्डर की घटना पर कहा, (सीसीटीवी) कैमरे में कैद हुई मेरठ की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी मथुरा में सर्राफा व्यापारी की हत्या की ऐसी जघन्य वारदात सामने आई थी। मेरठ की घटना में 9 गोली मारी गई है, क्योंकि वह महिला अपने पति की हत्या में गवाह थी। ये सरकार जो कहती है, वो करती नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी कहते हैं कि अपराधियों को राज्य से जाना होगा, लेकिन अपराध की जो स्थिति है, वह कुछ और कहानी कह रही है। ऐसा लगता है कि अपराधियों को उत्तर प्रदेश में बने रहने का संदेश है। अखिलेश ने कहा कि सपा के शासन में भाजपा कहती थी कि सपा के लोग थाने चला रहे हैं। अब भाजपा को बताना चाहिए कि थाने कौन चला रहा है और इतनी दयनीय हालत के लिए जिम्मेदार कौन है। आगे अखिलेश ने कहा, जब पुलिस प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य कर रहे हो तो कानून व्यवस्था कैसे सलामत रह सकती है। पुलिस अधिकारी भाजपा नेताओं को खुश करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी भाजपा नेताओं के इशारे पर कार्य कर रहे हैं, उन्हें तैनाती दी जा रही है जबकि अच्छे अधिकारियों की अनदेखी की जा रही है। इससे अपराधी सक्रिय हो गए है।
शायद टाइपराइटर खराब है
अखिलेश ने राजभवन को लेकर भी नाराजगी जताई। जब उनसे पूछा गया कि सपा शासनकाल में राज्यपाल अक्सर पत्र लिखते रहते थे, इस पर अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि अब शायद उनका टाइपराइटर खराब है। इससे पूर्व अखिलेश ने बताया कि सपा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्यपाल से मिलकर प्रदेश के हालात से अवगत भी करा चुका है। अब समझ में नहीं आ रहा कि कौन सी संस्था के पास जाकर अपनी बात कहें।
जब पत्रकारों ने अखिलेश यादव से नए पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के बारे में पूछा तो उन्होंने (कुल मिलाकर) उत्तर देते हुए कहा कि वह अच्छे अधिकारी हैं। देखते हैं कि भाजपा के लोग उन्हें काम करने देते हैं या नहीं।