पुलिस ने दिया युवक को झूठे मुक़दमे में फ़साने की धमकी, पीड़ित ने किया उच्चाधिकारियों से शिकायत
विनय यागिक
कोंच(जालौन):- जहाँ प्रदेश में प्रदेश के आका योगी और प्रदेश पुलिस मुखिया अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है तो वही जनपद की कोंच कोतवाली की पुलिस खुद गुंडई करती नजर आ रही है। जिसकी एक और बानगी उस वक़्त देखने को मिली जब एक सभ्रांत परिवार के लड़के ने खाकी पर आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई।
मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली कोंच के मुहल्ला गोखले नगर निवासी प्रफुल्ल यादव उर्फ शिवी ने उच्चाधिकारियों को भेजे शिकायती प्रार्थना पत्र में बताया है कि दिनांक को जब वह अपने भाई की शादी के कार्ड बांट कर घर जा रहा था तो मथुरा प्रसाद महाविद्यालय के पास कोतवाल कोंच संतोष सिंह, सिपाही श्याम यादव, आनंद तिवारी और जीप चालक अनिल राजपूत ने 4 अज्ञात सिपाहियों के साथ उसे रोक और उसे जबरन गाडी में डाल कर कोतवाली ले गए जहां उसके 23,000 रुपये और 2 मोबाइल छीन लिए और फिर पुलिसिया अंदाज में उसको दहशत में डालकर झूठे मुकद्दमे में फसाने की धमकी देकर उससे 15,000 रुपये और जबरन बसूल लिए।माननीय के फोन पर जुआरियों को छोड़, दूसरे को फसाया
पीड़ित ने बताया कि जब पुलिस उसको जबरन पकड़ कर कोतवाली ले गयी तो वहां पर कुछ जुआरी पहले से ही पकड़ कर बैठाए गए थे जिनमें से प्रदीप पटेल दिरावती और बद्री पटेल उर्फ नेता को एक माननीय के फोन पर छोड़ दिया और उनके जगह पर मेरा नाम जोड़ दिया गया और सारी कार्यवाही थाने पर बैठ कर की गई। इस मामले पर अगर सूत्रों की माने तो उनका भी दावा है कि पुलिस ने प्रदीप पटेल के कोंच स्थित मकान के अंदर से जुआ पकड़ा था जिसमे पुलिस ने एक माननीय के हस्तक्षेप के चलते प्रदीप पटेल दिरावती और बद्री पटेल उर्फ नेता को छोड़ दिया और धारा 3/4 जुआ अधिनियम की जगह मात्र 13 जुआ अधिनियम की धारा में मुक़ाद्दमा पंजीकृत कर दिया।
पीड़ित ने उच्चाधिकारियों से लगाई गुहार, क्या मिलेगा न्याय
पुलिस ने पीड़ित झूठे मुकद्दमों में फसाने की धमकी देकर बाद में शिकायत करने से रोकने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस की यह कोशिश नाकाम साबित हुई और पीड़ित ने पुलिस की इस करतूत की शिकायत उच्चाधिकारियों से की है और न्याय की गुहार लगाई है लेकिन अब देखना यह है कि पीड़ित को न्याय मिलता है