बलिया के समाचार अंजनी राय के साथ

अज्ञात वाहन की टक्कर में एक की मौत एक घायल

बलिया। रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के परसिया चट्टी के समीप रसड़ा मऊ मार्ग स्थित मंगलवार की देर रात दो बाइक सवार अज्ञात वाहन की टक्कर में घायल हो गये, जिसमे एक की मौत हो गयी। दूसरे युवक की हालत खतरे में है।
रसड़ा-मऊ मार्ग स्थित परसिया चट्टी के समीप मंगलवार की रात रसड़ा के तरफ से जा रहे बाइक सवार थाना कोतवाली क्षेत्र के हजौली गांव निवासी अमित सिंह (26) पुत्र भूपेंद्र सिंह व सुधीर सिंह (30) पुत्र कमला सिंह अपने गांव से किसी निमंत्रण में जा रहे थे, तभी परसिया चट्टी के समीप ब्रेकर के पास अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया। इससे अमित सिंह की मौत घटना स्थल पर हो गयी, जबकि सुधीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये। प्रभारी निरीक्षक जगदीश चंद यादव मौके पर पहुंचकर दोनों को अपनी गाड़ी से जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सको ने अमित को मृत घोषित कर दिया।

परीक्षा के दौरान डीएम-एसपी रहे गतिशील, एक केंद्र पर 4 कमरों में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगने पर कार्रवाई की संस्तुति

बलिया : बोर्ड परीक्षा के पहले दिन मंगलवार को दोनों पालियों की परीक्षा शुचिता पूर्वक संपन्न हुई। जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम, पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के अलावा जिले के लगभग सभी प्रमुख अधिकारी परीक्षा के दौरान गतिशील रहे। डीएम ने सबको अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी दी थी। जिलाधिकारी का विशेष फोकस नगरा बेल्ट की तरफ रहा। उधर के करीब दर्जनभर केंद्रों पर जिलाधिकारी ने जाकर परीक्षा का जायजा लिया।

पहली पाली में परीक्षार्थियों की संख्या कम होने के नाते स्थिति सामान्य ही रही। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की परीक्षा के दौरान जिलाधिकारी जब इसारी सलेमपुर स्थित नवीन इंटर कॉलेज पर पहुंचे तो वहां देखा कि कुल 9 कमरों में मात्र 5 में ही सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था। इसका कारण पूछा तो प्रधानाचार्य की बोलती बंद हो गई। उन्होंने तत्काल माध्यमिक शिक्षा एक्ट में निहित प्राविधानों के तहत करवाई की संस्तुति कर दी। चेताया की बुधवार तक सभी कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा तो विद्यालय की मान्यता समाप्त करने पर विचार किया जाएगा। वहां से नगरा की तरफ निकल गए। पांडेयपुर में हरिहरनाथ इंटर कालेज व श्रीनिवास इंटर कालेज पर जाकर परीक्षा की शुचिता जांची। केंद्र प्रभारियों से साफ कहा की नकल जैसी गतिविधि पाई गई और उसमें अगर किसी की संलिप्तता मिली तो सीधे मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा। वहां से रसड़ा क्षेत्र के महर्षि गालु बाबा इंटर कालेज शाह मुहम्मदपुर पर गए। वहां भी पूरी शुचिता के साथ परीक्षा होती मिली।

वही हुआ जिसका था अंदेशा
बोर्ड परीक्षा को लेकर हुआ वही जिसका अंदेशा लगाया जा रहा था। सत्ता बदलने के बाद यह चर्चा जोरों पर थी कि नकल विहीन परीक्षा होगी। मंगलवार को पहले दिन की परीक्षा के दौरान यह अंदेशा सही साबित होता दिखा। बोर्ड परीक्षा पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा की सख्ती का असर रहा कि परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने के प्रति जनपद के करीब सभी प्रमुख अधिकारी गंभीर रहे। सचल दस्ता भी इस बार करण प्रक्रिया करते हुए काम करता दिखा। अधिकारियों को केंद्रवार जिम्मेदारी दी गई थी, जिसका निर्वहन सभी ने बखूबी किया। कुछ एक केंद्र पर किसी ने नकल करने का प्रयास भी किया तो वह किसी न किसी नकल रोकने वाली टीम के हाथों पकड़ा गया।

परीक्षा ड्यूटी से इंकार पर चार अध्यापिकाओं के खिलाफ कार्रवाई

बलिया। यूपी बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी से इंकार करने पर बीएसए संतोष कुमार राय ने एक प्रधानाध्यापिका समेत चार अध्यापिकाओं को प्रतिकूल प्रविष्टि दिया है। बीएसए ने सम्बन्धित बीईओ को निर्देश दिया है कि उक्त अध्यापिकाओं की सेवा पुस्तिका में दर्ज कर तीन दिन में अवलोकन करायें। वही, अध्यापिकाओं को सात फरवरी से सम्बंधित परीक्षा केन्द्र पर ड्यूटी कर प्रमाण पत्र अधोहस्ताक्षरी के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
दुबहर शिक्षा क्षेत्र के प्रावि छाता नं. दो की प्रधानाध्यापिका सरस्वती देवी, उप्रावि रूपउपुर की सअ ज्ञांती यादव व प्रतिभा सिंह तथा प्रावि पिपरपाती नं. दो की सअ नीलम सिंह की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी थी, लेकिन आज सम्बंधित केन्द्र पर नहीं पहुंची। इस पर बीएसए ने इनके खिलाफ एक्शन लिया है।

मोबाइल से बात करना पङा मंहगा, महिला काउंसलर को गंवानी पड़ी जान

बलिया।। जिला महिला चिकित्सालय की छत से गिर कर महिला काउंसलर की मंगलवार की सुबह घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना से महिला अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों को इस घटना से सदमा पहुंचा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट कॉलोनी निवासी अर्चना चौबे पत्नी अनिल चौबे जिला महिला चिकित्सालय में काउंसलर के पद पर कार्यरत थी। रोज की भांति मंगलवार की सुबह जब चिकित्सालय पहुंची तो चिकित्सालय में नवनिर्मित भवन के तीसरी मंजिल पर चढ़कर मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी कि तभी उनका पैर फिसल गया और वह तीन मंजिला भवन के नीचे आ गई और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। इस घटना को देख महिला अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई, और देखते ही देखते हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका अर्चना चौबे के दो बच्चें एक लड़का और एक लड़की है। लड़का बड़ा है और लड़की अभी 3 साल की तथा पति अनिल चौबे स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *