सीएम के आने की तैयारी हुई पूरी, दुधवा जाने के मुख्य द्वार का लोकार्पण करेगे सीएम, सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता
आम जन में चर्चा कि पलिया को क्या इनाम देकर जायेगे सीएम
लखीमपुर खीरी// बर्ड फेस्टिवल के लिये दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के टाइगर हैवेन की तैयारियां आखिर कार पूरी ही हो गयी और अब इंतजार है हमारे देश के मुख्यमंत्री के आगमन का जहां अपना कीमती वक्त निकालकर वह हमारे दुधवा में चल रहे बर्ड फेस्टिवल के कार्यक्रम में हिस्सा लेगें ।और कहा जाये तो वह इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेगें और जहां हमारे मुख्यमंत्री के आगमन के चलते उनकी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम कर लिये गये है सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे इसको लेकर कई जिलों की पुलिस के अलावा भारी संख्या में पीएसी जवानों को लगाया गया है। साथ ही होने वाले कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को और भी सटीक करने के लिये तीसरी आंख का भी इस्तेमाल किया गया है यानी की कार्यक्रम स्थल के चारों ओर सी सी टी वी कैमरो को लगाया गया है. जिससे की तीन दिनों होने वाले इस कार्यक्रम में किसी प्रकार की कोई विध्न न पडें ।
वैसे बता दे कि कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ढाई घंटे तक दुधवा में रहेंगे और इस ढाई घंटे के कार्यक्रम में पूरे जिले का प्रशासनिक अमला पूरी लगन से जुटा हुआ है और तो और वह रात में भी कार्यक्रम स्थल पर ही रूक रहे हैं जिससे की सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की कोई चूक न रहे और जानकारी के तहत मुख्यमंत्री के सुरक्षा के इंतजाम मुजहा हवाई पट्टी पर भी कर दिया गया है और उनका उड़नखटोला भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को करीब बारह बजे लैंड करेगा।
पलिया नगर पालिका भी जुटा पलिया को चमकाने में
इधर मुख्यमंत्री के आगमन के चलते पलिया नगर पालिका भी सतर्क हो गया है और आनन फानन मे नगर में बदलाव लाने का कार्यक्रम में तेजी आ गयी है सबसे पहले तो उनके आगमन के चलते मेन मार्गों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया है जिससे की अब मार्ग के चौडी होने का एहसास लग रहा है वैसे कब तक यह एहसास दिखाई देगा कुछ कहा नहीं जा सकता ।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री के द्वारा चलाई गयी योजना स्वच्छ भारत अभियान के चलते नगर को चमकाने का उपक्रम लगातार जारी है जिसे आप साफ देख सकते हैं नगर में जग। जगह गंदगी का अंबार लगा है नाले नालियां हर ओर भरी हुई है जहां ग॔दी नाले के कीडे बिजबीजा रहे है परंतु इस और न ध्यान देकर नगर में स्वच्छ भारत अभियान के दीवारो पर लिखवाया जा रहा है और बड़े बड़े बैनर भी लगवाये जा रहे हैं और सबसे बड़ी बात आज तक कभी भी सफाई कर्मियो को ड्रेस नही दी गयी थी वो भी आज फुल ड्रेसो मे कार्य करते नजर आ रहे हैं और तो और अब छोटी गलियों को छोड दो जनाब मेन मार्गो पर रात में सफाई का उपक्रम करते सफाई कर्मी नजर आ रहें है ।जिसे देखा जाये पंरी तरह से अब पलिया चमकेगी जरूर पर कैसे ?
चर्चा-ए-आम बना है कि जिले को क्या इनाम देकर जायेगे सीएम
आज आने वाले मुखयमंत्री योगी आदित्य नाथ पलिया को क्या इनाम देकर जायेगे यह चर्चा भी नगर में जोरो से चल रही है ।देखा जाये तो पलिया की जो समस्याऐ है और उनके दूर होने पर क्या होगी सुविधा उन पर भी जरा गौर कर ले —
1=गन्ने का भुगतान नही होने से किसान और व्यापारी भुखमरी के कगार पर गर भुगतान हो तो किसान के रूके कार्य पूरे हो और व्यापार सही हो सके –
2=हर वर्ष आने वाली विनाश बाढ के कारण हमेशा लोग घर से बेघर और लोगो का लाखो का नुकसान किसान और आमजन परेशान गर बाढ समस्या हो दूर तो लोगो को मिलेगी चैन की सांस-
3=पलिया के हर मानको से जिला बनने योग्य गर जिला बना तो अनेक प्रकार की समस्याओ से मुक्ति-
4=पलिया से सटी मुझहा ग्राम में बनी हवाई पटटी शुरू होने पर भी होगी पलिया की तरक्की-
इसके अलावा और भी नजाने कितनी समस्याए है पलिया नगर की और यदि ये दूर हो तो बहुत से फायदे भी होगे पलिया को , परंतु अब लोगो को इंतजार है कि मुख्यमंत्री क्या इनाम देकर जायेगें पलिया को।
जनप्रतिनिधियों मे भी सीएम को ज्ञापन देना का चर्चा जोरो पर
मुख्यमंत्री के आगमन के चलते ही जनप्रतिनिधियो के पलिया की समस्याओं पर ज्ञापन देने का चर्चा जोरो पर हो गया है और वह अपनी पूरी तैयारी कर चुके है कि मुख्यमंत्री के आते ही वह पलिया नगर की समस्याओं को सर्वपरि रखकर उनसे पलिया के विकास के लिये अनुरोध कर सके जिससे की पलिया नगर का विकास हो सके ।
बाढ की वजह से बर्बाद हो रहे वन को बचाने के लिये क्या बोलेगे सीएम
जहां मुख्यमंत्री के दुधवा में होने वाले कार्यक्रम मे आ रहे है तो जहां दुधवा के खूबसूरती और उसको आगे बढाने के लिये वह बात करेगे तो वही बीते कई वर्षो से बाढ की विभषिका जेल रहे उद्यान को बरबाद होने से बचाने के लिये वह क्या बोलेगे यह भी सोचनीय विषय है । आपको बता दे बीते कई वर्षो से उद्यान बाढ की विनास लीला झेल रहा है और जिसके कारण उद्यान में निचली जगहो पर पानी भरा रहता है और जिसके फलस्वरूप पेड़ पौधे के सूखने की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है और फिर इससे वन्यजीवों को भी काफी परेशानी हो रही है और उधर प्रकति प्रमियो में भी काफी उदासी नजर आ रही है वैसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से उनको भी आस लगी है कि शायद वह सूखते जा रहे उद्यान के बारे में कुछ तो जरूर सोचेगें ।
ओइये अब एक नजर दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के बर्ड फेस्टिवल के कार्यक्रम पर
दुधवा टाइगर रिजर्व में नौ फरवरी यानी की शुक्रवार से आयोजित हो रहा बर्ड फेस्टिवल विदेश में भी अपनी सुन्दरता के चार चांद लगाने जा रहा है। इस फेस्टिवल के कार्यक्रम में देश के साथ साथ विदेशों के कई हुनरमंद फोटोग्राफर शामिल हो रहे है। जो हमारे दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में पाये जाने वाले दुर्लभ 450 से अधिक पक्षियों की प्रजाति को अपने कैमरों में कैद करेंगे।शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पलिया से सटे मुजहा ग्राम मे बनी हवाई पट्टी पर उतरेंगे जहां से उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लेकर जाया जायेगा और वहां पहुंचकर वह फेस्टिवल का शुभारम्भ करेंगे।
बर्ड फेस्टिवल यूपी फारेस्ट, वाइल्ड लाइफ विभाग एवं यूपी फारेस्ट करपोरेशन का संयुक्त आयोजन है जिसमें दुधवा की भूमिका भी अग्रणी है। वैसे एक यह भी जानकारी मिल रही है कि इस होने वाले बर्ड फेस्टिवल के कार्यक्रम को दुधवा फेस्टिवल आयोजन का तीसरा मौका है क्योकि इससे पहले बर्ड फेस्टिवल का कार्यक्रम दो बार आगरा में आयोजित किया गया था।जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिस्सा लिया था और अब तीसरी बार दुधवा को फेस्टिबल के लिये चुना गया है जिसकी भव्य तैयारियां की गई है।
दुधवा के लिये बर्ड फेस्टिवल है दूसरा बड़ा आयोजन:
पिछले पर्यटन सत्र में दुधवा में कैमरा कंपनी कैनन के सौजन्य से दुधवा में वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी कंपटीशन का आयोजन किया गया था। जो कि लगभग एक माह तक चला था। इस आयोजन के जरिये भी दुधवा ने विदेशों में अपनी सुन्दरता की पहचान बनाई थी। उस कार्यक्रम के बाद आयोजित हो रहा बर्ड फेस्टिवल दुधवा के लिये दूसरा बड़ा आयोजन होगा।
बांके ताल व किशनपुर सेंचुरी के झादीताल में है 450 से अधिक प्रजाति के पक्षियों की भरमार:
प्रदेश का इकलौता दुधवा टाइगर रिजर्व हरी भरी वन सम्पदा के अलावा अपने घने जंगल में विभन्न दुर्लभ वन्यजीवों के लिये जाना जाता है। हर वर्ष दुधवा की सुन्दरता व वन्यजीवों के दीदार के लिये देशी से लेकर विदेशी पर्यटक दुधवा पहुंचते हैं। एक सींघ वाले गैंडों व बाघ की दहाड़ों के अलावा दुधवा के बांके ताल व किशनपुर सेंचुरी के झादीताल के आस पास 450 से अधिक पक्षियों की प्रजाति के पक्षियों की भरमार है। इनका झुंड दुधवा में आसानी से देखने को मिलता है। इसके अलावा इन दिनों इन स्थानों पर विदेशी पक्षियों का भी आगमन होता है। बर्ड फेस्टिवल के दौरान यहां आने वाले देशी-विदेशी पक्षी विशेषज्ञों के लिए दुधवा के पक्षी आकर्षण का केंद्र रहना तय माना जा रहा है
थारू कल्चर भी है बर्ड फेस्टिवल का हिस्सा :
जहां एक ओर यह माना जा रहा है कि बर्ड फैस्टिवल के कार्यक्रम केवल पक्षियों के लिये ही है जिससे की दुधवा अपनी पहचान पंक्षियों के द्वारा बनायेगा पर ऐसा नही है दुधवा की एक पहचान थारू जनजाती भी है जो कि न जाने कितने समय से दुधवा के घने जगलो में वास करते थे और उस समय वह केवल शिकार या फिर केद मूलो पर अपना जीवन निर्वाह करते थे और उनका पहनावा बिल्कुल अलग और आकर्षण था पर धीरे धीरे वह भी बदलते चले गये परंतु फिर भी उनका कल्चर आज भी जिंदा है और अब फेस्टिवल का प्रमुख हिस्सा जंगलों के बीच बसा थारु कल्चर का ही होगा थारू संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिये कार्यक्रम स्थल पर 30 स्टाल भी लगाए गये हैं। कार्यक्रम के दौरान थारु नृत्य, उनके पहनावे का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
माइक पांडेय बने ब्रांड एम्बेस्डर
इस महत्वपूर्ण आयोजन में अर्थ मैटर फाउंडेशन के माइक पांडेय ब्रांड एम्बेस्डर है। वे मूल रुप से यूपी के ही निवासी हैं, लेकिन उनका जन्म नैरोबी केन्या में हुआ। उन्हें वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट माना जाता है। उनके द्वारा वाइल्ड लाइफ पर आधारित तमाम फिल्में भी बनाई गई है जिसे भी दिखाया जायेगा। एक और जानकारी जिलाधिकारी खीरी शैलेंद्र सिंह ने दी कि गुरुवार को दुधवा में काफी टेबल बुक, लखनऊ जू पर बनी किताब और इको सर्किट का लोकार्पण भी होगा। इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य थारू महिलाओं समेत स्थानीय समुदाय का सशक्तीकरण भी शामिल है। इससे उनके लिए आय के अतिरिक्त स्रोत सृजित होंगे। इसमें भाग ले रही थारू महिलाओं को पारिश्रमिक के अतिरिक्त सम्मान स्वरूप मानदेय भी दिया जाएगा। इस मौके पर वहां 30 स्टॉल भी लगेंगी।
उन्होंने कहा कि फरवरी के दूसरे हफ्ते में दुधवा में लुप्तप्राय बंगाल फ्लोरिकन समेत पक्षियों की 450 से ज्यादा प्रजातियां दिखती हैं। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश मूल के प्रसिद्ध पर्यावरण संरक्षक व ग्रीन आस्कर विजेता माइक पाण्डेय भी आ रहे हैं। वहीं इंग्लैण्ड के रटलैण्ड बर्ड फेस्टिवल के संस्थापक टिम एपलटन, इजरायली पर्यावरणविद लेवी यामामूरी समेत कई विशेषज्ञ भाग लेंगे।
तीन दिनों तक ट्रेन से होगें प्रकृति के दर्शन :
पर्यटन विभाग ने एनईआर के साथ मिलकर इन तीनों तक मैलानी से बिलराया 33 किलोमीटर अल्ट्रा स्लो स्पीड में ट्रेन चलाएगा। ये ट्रेन 10 की स्पीड में चलेगी। हर बोगी में एक नेचर गाइड होगा जो जंगल की जानकारी देगा। वहीं दुधवा बर्ड फेस्टिवल के लिए लखनऊ, लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई आदि जिलों से डीएफओ कार्यालय से बसें भी दुधवा के लिए चलाई जाएंगी। ये सुविधाएं नि:शुल्क होंगी।