मण्डलायुक्त ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की सुनी समस्यायें, कहा शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई
अंजनी राय
बलिया ।। मंडलायुक्त के रविन्द्र नायक विकास खंड रसड़ा के निब्बू कबीरपुर गांव में चौपाल लगाकर जनता की समस्याएं सुनीं। उन्होंने गांव में संचालित योजनाओं के बारे में ग्रामीणों से ही पूछकर सत्यापन किया। किस दौरान पोषण मिशन व स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति खराब मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। मंडलायुक्त ने साफ तौर पर कहा कि विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी पारदर्शी तरीके से हों। हर पात्रों को उचित लाभ मिले इसके लिए विभागीय अधिकारी जमीनी स्तर पर काम करें। अन्यथा की स्थिति में चेताया कि अगर लाभकारी योजनाओं में मानक के विपरीत अपात्रों का चयन हुआ तो जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी पर बड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने आम जन के हित से सीधे जुड़ी योजनाओं की समीक्षा प्राथमिकता पर की। पोषण मिशन के बारे में जानकारी ली। अतिकुपोषित बच्चों के बेहतर पोषण के संबंध में आंगनबाड़ी विभाग के ग्राम स्तर से लेकर सीडीपीओ को कड़े निर्देश दिए। अजीबोगरीब स्थिति तब देखने को मिली जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को कुपोषित किसी एक बच्चे का नाम नहीं पता था। कमिश्नर ने इस पर नाराजगी जाहिर की।
चौपाल में जिलाधिकारी ने कहा कि गांव के विकास से संबंधित किसी भी काम के लिए मुझसे संपर्क कर सकते हैं। चौपाल में सीडीओ संतोष कुमार, एएसपी विजयपाल सिंह, डीएसओ विनय सिंह, डीडीओ शशिमौली मिश्रा समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों व सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
छात्रों संग अध्यापक से भी पूछे प्रश्न
चौपाल में कमिश्नर ने बेसिक शिक्षा की समीक्षा करते हुए परिषदीय विद्यालय के बच्चों से बातचीत कर व सवाल पूछ पठन-पाठन का सत्यापन किया। साथ ही अध्यापक से भी क्लास के बच्चों का नाम पूछा। कहा एक अध्यापक को अपने अधिकांश बच्चों का नाम याद रहना चाहिए। सलाह दी कि सभी बच्चों से लगातार संवाद करें। सभी को दिल से जोड़िए और अपने बच्चों की तरह पढ़ाएं। बच्चों के बीच खेलकूद प्रतियोगिता भी कराते रहने को कहा। अध्यापक से कहा कि विद्यालय में शिक्षण कार्य ऐसा हो कि अभिभावक उस विद्यालय में अपने बच्चे भेजने के लिए प्रेरित हों।