अनपढ़ गीता ने फोड़ी ‘भ्रष्टाचार की हाडी’
इलाहाबाद। काैन कहता है आसमा में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों..। ऐसा ही एक पत्थर इलाहाबाद के पिछड़े क्षेत्र कोराव की अनपढ़ गीता ने अशिक्षित पिता के साथ मिलकर पूरे आत्मविश्वास से उछाला तो उसे न सिर्फ प्रधानमंत्री योजना में आवास मिलने की राह खुल गई, बल्कि अवरोध बन रहे प्रधान समेत अन्य लोग मुकदमे के फास में फंस गए। इसी के साथ गीता के बुलंद हौसले ने सैकड़ों ऐसे लोगों को न्याय दे दिया जो लगातार अफसरों की ड्योढ़ी नाप रहे थे।
आज महिला दिवस पर गीता की कहानी महिला समाज पर और भी प्रासंगिक हो जाती है। प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास पाने की गीता की लड़ाई जितनी आसान लग रही है, दरअसल उतनी है नहीं। गीता देवी कोराव ब्लाक के सीकीकला गाव की रहने वाली है। यहा 55 लोगों को प्रधानमंत्री आवास दिए गए। इनमें से 12 आवासों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्राम प्रधान ने गाव के करीब 11 लोगों के खाते से धनराशि फुसलाकर अपने खाते में हस्तांतरित करा ली थी जो कि नियम विरुद्ध था। इनमें एक पात्र गीता भी थी, जो लगातार आवास बनवाने के लिए ग्राम प्रधान के पास मान मनौव्वल कर रही थी। बात नहीं बनी तो गीता ने न्याय पाने की ठान ली लेकिन, पढ़े लिखे सरकारी सिस्टम से लड़ना और जीतना आसान नहीं था। अशिक्षित पति भी कामकाज के सिलसिले में बाहर हैं।
ऐसे में गीता ने पिता लाहुर प्रसाद को पूरी बात बताई। पढ़े लिखे वे भी नहीं हैं, लेकिन हौसले की ताकत उनके पास है। उन्होंने पता लगाया कि इसकी शिकायत कहा की जा सकती है। फिर मुसीबत आई कि शिकायती पत्र किससे लिखवाया जाए। ऐसे में अफसर के मोबाइल नंबर की तलाश शुरू की। नंबर मिलाया तो मोबाइल पर थे परियोजना निदेशक धमर्ेंद्र प्रताप सिंह। जिले में नई पोस्टिंग है। उन्होंने मोबाइल पर ही पूरी बात समझी और बिंदु नोट कर लिए। उन्होंने सीकीकला ग्राम में आवंटित 55 आवासों की जाच कराई। जाच में पाया गया कि 11 लोगों की धनराशि का ग्राम प्रधान ने गोलमाल किया है। आवासों का निर्माण कार्य हुआ ही नहीं है। इसे गंभीरता से लेते हुए बीडीओ कोराव ने आठ लोगों के विरुद्ध भ्रष्टाचार समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया था।
बनाया गया था कंट्रोल रूम :
सीकीकला गाव की गीता के जज्बे का ही असर है कि जिला प्रशासन ने ऐसी शिकायतों के लिए न सिर्फ कंट्रोल रूम बनवाया, बल्कि तीन माह में दो सौ से अधिक शिकायतों में एक दर्जन से अधिक कार्रवाई भी की।