वाराणसी – मिनी सदन से लेकर सडको तक हुआ हंगामा, सपा पार्षदों की पुलिस द्वारा पिटाई.

घटना कुछ इस प्रकार है कि अस्थाई सदन के तौर पर संकुल में आज मिनी संसद का कार्य शुरू हुआ. इस दौरान मेयर ने घोषणा किया कि भाजपा सभासद की पत्नी का निधन हो जाने के कारण आज सदन स्थगित किया जाता है. इसके बाद विपक्ष ने अपनी मांग रखा कि सदन में पहले कार्यकारिणी का चुनाव करवा लिया जाये फिर स्थगित किया जाये.
इस मांग पर जहा भाजपा विरोध में थी तो पूरा विपक्ष सहित निर्दल मांग के समर्थन में हंगामा करने लगे, इस दौरान मेयर के डायस्क पर भी कुछ सभासद चढ़ गए और सदन में हंगामे के बीच तोड़फोड़ का भी प्रयास हुआ. इस दौरान मेयर की गदा भी छिनने का प्रयास हुआ. हंगामा होते देख मेयर मृदुला जायसवाल सदन से निकल कर अपने वाहन तक आई और जाने लगी. तभी विपक्ष के सभासदों ने उनके वाहन के सामने लेट कर गाडी को आगे बढ़ने से रोक लिया.
हंगामे के दौरान मेयर के गाडी पर लगे झंडे को भी किसी ने उखाड़ दिया और गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया, मौके पर पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही थी. इसी दौरान मेयर मृदुला जायसवाल अपनी गाडी से उतर कर पैदल ही आगे बढ़ गई. उनके साथ पुलिस और भाजपा सभासद सुरक्षा घेरा बनाये हुवे थे. मेयर के पीछे विपक्ष के सभासद भी चल रहे थे.
पुलिस के वाहन के पीछे पीछे पूरा विपक्ष थाने पर जमा हुआ है. थाने पर समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है, किसी भी पक्ष के तरफ से अभी लिखित शिकायत नहीं दर्ज करवाया गया है जबकि चारो सभासद को थाने पर बैठा रखा गया है, उनके समर्थक और विपक्ष के अन्य सभासद मौके पर जुटे हुवे है.

क्या है मुख्य मामला 

विपक्ष की मांग है कि सदन में कार्यकारिणी का गठन किया जाये और कार्यकारिणी का चुनाव करवाया जाये. देखा जाये तो नियमतः कार्यकारिणी का चुनाव सदन के गठन के एक माह के अन्दर हो जाता है मगर चार माह बाद भी कार्यकारणी का चुनाव न करवाने के आरोपों के साथ विपक्ष एकजुट खड़ा दिखाई दे रहा है.

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सपा और भाजपा ने लगाया एक दुसरे पर आरोप 

आज के इस हंगामे में सपा सभासदों का कहना है कि सदन में न तो कोई बहस हो रही है और न ही कार्यकारिणी का गठन करवाया गया है. भाजपा कुछ भी नियमो के अनुसार नहीं कर रही है बल्कि अखिलेश सरकार के कार्यो को सिर्फ अपना नाम देकर गुण्डा राज बना रखा है. वही भाजपा का आरोप है कि सपा के कार्यकर्ता झूठ बोल रहे है और सदन को काम नहीं करने दे रहे है.

क्या है अभी कि स्थिति.

सभी थाने लाये गए चारो सभासदों को पुलिस ने समाचार लिखे जाने तक थाने पर बैठा रखा है, थाना परिसर के आस पास तमाशबीन के साथ विपक्ष के नेताओ और समर्थको का समूह इकठ्ठा है. मौके पर पर्याप्त पुलिस बल है. समाचार लिखे जाने तक किसी के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत किसी पक्ष से नहीं मिली है.

 

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